tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Starts at ₹399
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Hindi Blogs
  • Hindi
  • खाने के विकार लक्षण: जानिए और पहचानिए

खाने के विकार लक्षण: जानिए और पहचानिए

Hindi
4 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 11, 2025
eating-disorders-symptoms-in-hindi

खाने के विकार या ईटिंग डिसऑर्डर्स गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थितियाँ हैं जिनका प्रभाव व्यक्ति के खाने की आदतों, वजन और समग्र स्वास्थ्य पर पड़ता है। यह विकार अक्सर भावनात्मक और शारीरिक परेशानियों का कारण बनते हैं, जिन्हें समय पर पहचानकर इलाज किया जाना अति आवश्यक है।

खाने के विकार क्या हैं?

खाने के विकार ऐसे मानसिक विकार हैं जिनमें व्यक्ति की खाने की आदतें असामान्य हो जाती हैं। यह विकार अत्यधिक खाने, बहुत कम खाने या खाने से संबंधित किसी और अस्वस्थ व्यवहार से संबंधित हो सकते हैं। खाने के विकार के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें एनोरेक्सिया नर्वोसा, बुलिमिया नर्वोसा, और बिंज-ईटिंग डिसऑर्डर प्रमुख हैं।

एनोरेक्सिया नर्वोसा के लक्षण

एनोरेक्सिया नर्वोसा एक गंभीर खाने का विकार है जिसमें व्यक्ति अपनी बॉडी इमेज को लेकर अत्यधिक चिंतित रहता है और वजन कम करने के लिए अत्यधिक डाइटिंग करता है।

  • वजन कम होना: अत्यधिक पतलेपन के बावजूद वजन बढ़ने का डर।
  • खाने से परहेज: खाने से परहेज करना या बहुत कम खाना।
  • शरीर की छवि: खुद को मोटा मानना और पतले होने के बावजूद खुद को और पतला करने की कोशिश करना।
  • शारीरिक लक्षण: अत्यधिक वजन कम होने के कारण थकान, कमजोरी, ठंड लगना, और मासिक धर्म में गड़बड़ी।

बुलिमिया नर्वोसा के लक्षण

बुलिमिया नर्वोसा एक खाने का विकार है जिसमें व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में खाना खाता है और बाद में उसे निकालने के लिए उल्टी करता है या अत्यधिक व्यायाम करता है।

  • अत्यधिक खाना: बिना भूख के अत्यधिक मात्रा में खाना।
  • उल्टी करना: खाने के बाद उल्टी करना या जुलाब का उपयोग करना।
  • वजन का उतार-चढ़ाव: वजन में तेजी से उतार-चढ़ाव होना।
  • गोपनीयता: खाने की आदतों के बारे में दूसरों से छुपाना।

 

बिंज-ईटिंग डिसऑर्डर के लक्षण

बिंज-ईटिंग डिसऑर्डर में व्यक्ति बिना भूख के अत्यधिक मात्रा में खाना खाता है और इस पर नियंत्रण नहीं रख पाता।

  • अत्यधिक खाना: एक बार में बहुत सारा खाना खा लेना।
  • लज्जा: खाने के बाद शर्म और अपराधबोध महसूस करना।
  • वजन बढ़ना: वजन का अत्यधिक बढ़ना और मोटापा।
  • अवसाद: खाने की आदतों के कारण अवसाद और चिंता।

खाने के विकारों के मानसिक और शारीरिक प्रभाव

खाने के विकारों का प्रभाव सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य पर नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। ये विकार व्यक्ति के आत्मसम्मान, सामाजिक संबंध, और मानसिक संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं।

  • अवसाद और चिंता: खाने के विकारों के कारण अवसाद और चिंता की समस्याएं हो सकती हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: अत्यधिक पतलापन, पोषण की कमी, और अन्य शारीरिक समस्याएं।
  • सामाजिक अलगाव: खाने की आदतों के कारण सामाजिक संबंधों में दिक्कतें और अकेलापन महसूस करना।

खाने के विकारों का निदान और उपचार

खाने के विकारों का निदान करने के लिए चिकित्सक व्यक्ति के खाने की आदतों, वजन, और मानसिक स्वास्थ्य का मूल्यांकन करते हैं। उपचार में चिकित्सा, मानसिक परामर्श, और पोषण शिक्षा शामिल होती है।

  • मनोचिकित्सा: खाने के विकारों का उपचार मनोचिकित्सक की मदद से किया जाता है।
  • पोषण शिक्षा: पोषण विशेषज्ञ के माध्यम से स्वस्थ आहार की जानकारी और योजना।
  • चिकित्सीय उपचार: शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चिकित्सा उपचार।

खाने के विकारों को रोकने के उपाय

खाने के विकारों को रोकने के लिए जागरूकता और स्वस्थ आहार की आदतें अपनाना महत्वपूर्ण है। यह उपाय खाने के विकारों से बचाव में मदद कर सकते हैं।

  • स्वस्थ आहार: संतुलित आहार और पोषणयुक्त भोजन का सेवन।
  • शारीरिक सक्रियता: नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधियाँ।
  • मानसिक संतुलन: तनाव को कम करने के लिए मानसिक संतुलन बनाए रखना।
  • सकारात्मक शरीर छवि: अपनी शरीर की छवि के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखना।

खाने के विकार लक्षण

खाने के विकार के लक्षण समय पर पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते उनका उपचार किया जा सके। खाने के विकार के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • अत्यधिक वजन कम होना या बढ़ना।
  • खाने की आदतों में असामान्य परिवर्तन।
  • भूख न लगना या अत्यधिक भूख लगना।
  • शारीरिक थकान और कमजोरी।
  • अवसाद और चिंता।
  • सोने में दिक्कत।

खाने के विकारों के प्रति जागरूकता

खाने के विकारों के प्रति जागरूकता फैलाना आवश्यक है ताकि लोग इन विकारों को समय पर पहचानकर उनका उपचार कर सकें। जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार, और कार्यशालाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

  • शिक्षा और जानकारी: खाने के विकारों के बारे में जानकारी प्रदान करना।
  • समर्थन समूह: विकारों से प्रभावित लोगों के लिए समर्थन समूह बनाना।
  • परामर्श और सहायता: मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और सहायता प्रदान करना।

खाने के विकारों के लिए समर्थन और संसाधन

खाने के विकारों से प्रभावित लोगों के लिए समर्थन और संसाधन उपलब्ध हैं जो उनकी मदद कर सकते हैं। यह संसाधन चिकित्सा, मानसिक परामर्श, और सामुदायिक समर्थन प्रदान करते हैं।

  • चिकित्सा सहायता: चिकित्सा संस्थान और अस्पताल।
  • मनोचिकित्सा: मानसिक स्वास्थ्य केंद्र और परामर्शदाता।
  • सामुदायिक समर्थन: गैर-लाभकारी संगठन और समर्थन समूह।

खाने के विकारों के साथ जीना

खाने के विकारों के साथ जीना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही उपचार और समर्थन के साथ व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। यह आवश्यक है कि व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे और जरूरत पड़ने पर मदद प्राप्त करे।

  • स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें: अपने स्वास्थ्य को सबसे पहले रखें।
  • समय पर उपचार लें: खाने के विकार के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें।
  • समर्थन प्राप्त करें: परिवार, दोस्तों, और समर्थन समूह की मदद लें।
खाने के विकार लक्षणों को पहचानें और सावधानी बरतें

खाने के विकार गंभीर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इन विकारों के लक्षणों को पहचानकर और समय पर इलाज करवाकर स्वास्थ्य को संरक्षित किया जा सकता है। यह आवश्यक है कि लोग खाने के विकारों के बारे में जागरूक रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

FAQs

Q.1 – खाने के विकारों के सामान्य लक्षण क्या हैं? 

खाने के विकारों के सामान्य लक्षणों में अत्यधिक वजन कम होना या बढ़ना, खाने की आदतों में असामान्य परिवर्तन, भूख न लगना या अत्यधिक भूख लगना, शारीरिक थकान और कमजोरी, अवसाद और चिंता, और सोने में दिक्कत शामिल हैं।

Q.2 – क्या खाने के विकार सिर्फ महिलाओं में होते हैं?

नहीं, खाने के विकार पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकते हैं। हालांकि, महिलाओं में इन विकारों की दर अधिक होती है, लेकिन पुरुष भी इस समस्या से प्रभावित हो सकते हैं।

Q.3 – खाने के विकार का उपचार कैसे किया जाता है? 

खाने के विकार का उपचार मनोचिकित्सा, पोषण शिक्षा, और चिकित्सा उपचार के माध्यम से किया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य परामर्श, पोषण विशेषज्ञ की सलाह, और चिकित्सा देखभाल इसमें शामिल होती है।

Q.4 – क्या खाने के विकार जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं? 

हाँ, खाने के विकार गंभीर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं और यदि समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं।

Q.5 – खाने के विकारों को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है? 

खाने के विकारों को रोकने के लिए स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, मानसिक संतुलन बनाए रखना, और सकारात्मक शरीर छवि को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।

Tags

Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search

Get the Taphealth app now!

More blogs

Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Posted on
December 9, 2025

15 Ayurvedic Medicine for Gallstones

Gallstones are a common medical condition affecting the gallbladder, a small organ located beneath the liver. These stones can vary in size and composition, and they often cause significant discomfort and complications if left untreated. Ayurveda, the ancient Indian system of medicine, offers a holistic approach to managing gallstones, focusing on natural remedies, dietary adjustments, […]

Product
19 min read
eating-disorders-symptoms-in-hindi
Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
December 9, 2025

Passing a Gallstone: How Does It Feel?

Gallstones are hardened deposits of digestive fluid that can form in your gallbladder, a small organ located beneath your liver. While many gallstones cause no symptoms and are discovered incidentally, some can cause significant pain and discomfort, especially when they pass through the bile ducts. Understanding how it feels to pass a gallstone can help […]

Product
7 min read
eating-disorders-symptoms-in-hindi
Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Shalu Raghav
Reviewed by:
Shalu Raghav
Posted on
December 9, 2025

Acid Reflux During Pregnancy: Solutions for Relief

Acid reflux, also known as gastroesophageal reflux disease (GERD), is a common condition that affects many people, but it can be particularly troublesome during pregnancy. Understanding the causes, symptoms, and treatment options can help expectant mothers manage this condition effectively. This guide will cover what acid reflux during pregnancy is, how common it is, when […]

Product
9 min read
eating-disorders-symptoms-in-hindi

Subscribe to our mailing list & never miss an update

Smart Diabetes Care

AI-driven, fully personalized, and constantly
adapting to your needs in real time.

tap health
tap.health logo
copyright © 2025
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions