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उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द के कारण, लक्षण और उपचार

Hindi
5 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
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उच्च रक्तचाप, जिसे आमतौर पर हाइपरटेंशन कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो समय के साथ दिल, रक्त वाहिकाओं, गुर्दे और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। जब उच्च रक्तचाप का इलाज नहीं किया जाता, तो यह दिल के दौरे, स्ट्रोक, और छाती में दर्द (एनजाइना) जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है। छाती में दर्द हृदय की किसी भी समस्या का संकेत हो सकता है और इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। 

उच्च रक्तचाप क्या है?

उच्च रक्तचाप तब होता है जब रक्त का दबाव धमनियों की दीवारों पर अधिक होता है, जिससे हृदय को रक्त पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। सामान्य रक्तचाप स्तर 120/80 मिमी एचजी होता है। जब यह 140/90 मिमी एचजी से अधिक हो जाता है, तो इसे उच्च रक्तचाप माना जाता है। यह स्थिति खामोशी से विकसित होती है और अक्सर इसे “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि इसके प्रारंभिक चरण में लक्षण स्पष्ट नहीं होते हैं।

छाती में दर्द क्या है?

छाती में दर्द, जिसे चिकित्सकीय भाषा में एनजाइना कहा जाता है, आमतौर पर तब होता है जब हृदय को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिल पाता। यह स्थिति अक्सर कोरोनरी धमनी रोग (CAD) या उच्च रक्तचाप के कारण होती है। छाती में दर्द को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि यह हृदय से संबंधित किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि दिल का दौरा।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द के बीच संबंध

उच्च रक्तचाप हृदय पर अधिक भार डालता है, जिससे रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है और रक्त प्रवाह में रुकावट आ सकती है। जब रक्त प्रवाह कम हो जाता है, तो हृदय को ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे छाती में दर्द होता है। यह दर्द आमतौर पर तब महसूस होता है जब व्यक्ति शारीरिक रूप से सक्रिय होता है, तनाव में होता है, या भावनात्मक रूप से परेशान होता है।

उच्च रक्तचाप के कारण

  • जेनेटिक कारक: अगर परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप है, तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि अन्य सदस्यों को भी यह समस्या हो सकती है।
  • खराब जीवनशैली: असंतुलित आहार, उच्च सोडियम सेवन, शराब का अत्यधिक सेवन, धूम्रपान, और शारीरिक गतिविधियों की कमी उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण हैं।
  • तनाव और मानसिक दबाव: अत्यधिक तनाव से शरीर में तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) बढ़ जाते हैं, जिससे रक्तचाप में वृद्धि होती है।
  • अधिक उम्र: उम्र के साथ रक्त वाहिकाएं कठोर हो जाती हैं, जिससे उच्च रक्तचाप की संभावना बढ़ जाती है।
  • मोटापा: अधिक वजन होने से दिल पर अधिक दबाव पड़ता है और रक्तचाप बढ़ने की संभावना अधिक होती है।

छाती में दर्द के कारण

  • कोरोनरी धमनी रोग: हृदय की धमनियों में प्लाक का निर्माण होने से रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है, जिससे छाती में दर्द होता है।
  • हृदय का दौरा: जब हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, तो हृदय के हिस्से में रक्त प्रवाह रुक सकता है, जिससे छाती में दर्द होता है।
  • तनाव और चिंता: कभी-कभी, अत्यधिक चिंता और तनाव से छाती में दर्द हो सकता है, जिसे तनावजनित एनजाइना कहा जाता है।
  • अम्लता और गैस: कुछ मामलों में, पेट की समस्याएं भी छाती में दर्द का कारण बन सकती हैं, जिन्हें गैस्ट्रिक एनजाइना कहा जाता है।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द के लक्षण

  • धड़कनों का बढ़ना: जब रक्तचाप अधिक होता है, तो दिल तेजी से धड़कने लगता है।
  • सांस लेने में कठिनाई: हृदय पर अत्यधिक दबाव पड़ने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
  • चक्कर आना और थकान: उच्च रक्तचाप के कारण सिर में चक्कर आना और अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है।
  • सांस फूलना: छाती में दर्द के साथ-साथ सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, विशेष रूप से शारीरिक गतिविधि के दौरान।
  • पसीना और ठंड: छाती में दर्द के दौरान अत्यधिक पसीना और ठंडे पसीने का अनुभव हो सकता है।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का निदान

  • रक्तचाप माप: नियमित रूप से रक्तचाप मापना जरूरी है, खासकर अगर आप उच्च रक्तचाप के जोखिम में हैं।
  • इकोकार्डियोग्राफी: यह परीक्षण हृदय की संरचना और उसके कामकाज को जांचने में मदद करता है।
  • ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम): हृदय की विद्युत गतिविधियों की जांच के लिए ईसीजी किया जाता है, जो दिल के दौरे या एनजाइना की पहचान में सहायक होता है।
  • कोरोनरी एंजियोग्राफी: इस परीक्षण के जरिए हृदय की धमनियों में रुकावट या संकुचन की स्थिति का पता लगाया जाता है।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का इलाज

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का इलाज विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि मरीज की आयु, बीमारी की गंभीरता, और जीवनशैली। उपचार में मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल होते हैं:

  • जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार अपनाना, नियमित व्यायाम करना, धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करना आवश्यक होता है।
  • दवाएं: उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए एंटीहाइपरटेंसिव दवाओं का उपयोग किया जाता है, जबकि छाती में दर्द के लिए नाइट्रेट्स, बीटा-ब्लॉकर्स, और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स दी जा सकती हैं।
  • सर्जरी: गंभीर मामलों में, जब दवाएं और जीवनशैली में बदलाव से सुधार नहीं होता, तब एंजियोप्लास्टी या कोरोनरी बाईपास सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द से बचाव

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाए जा सकते हैं:

  • नियमित शारीरिक गतिविधि: प्रतिदिन 30 मिनट का व्यायाम रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
  • संतुलित आहार: अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद शामिल करें। नमक, चीनी, और वसा का सेवन कम करें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकता है और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
  • तनाव को कम करें: योग, ध्यान, और गहरी सांस लेने की तकनीकें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह अनुसार इलाज करवाएं।
छाती में दर्द: आपातकालीन स्थिति

यदि आपको अचानक छाती में गंभीर दर्द होता है, जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहता है, तो यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:

  • तुरंत आराम करें: शारीरिक गतिविधि को तुरंत बंद करें और आराम की स्थिति में बैठें।
  • आपातकालीन चिकित्सा सेवा से संपर्क करें: छाती में दर्द के मामले में, जितनी जल्दी हो सके आपातकालीन चिकित्सा सेवा से संपर्क करें।
  • दवा लें: यदि डॉक्टर ने पहले से कोई दवा दी है, जैसे नाइट्रोग्लिसरीन, तो उसे लें।
उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द के घरेलू उपाय

हालांकि उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है, फिर भी कुछ घरेलू उपाय इसके जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं:

  • लहसुन: लहसुन का सेवन रक्तचाप को कम करने और दिल की धमनियों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।
  • मेथी के बीज: मेथी के बीज का पाउडर गर्म पानी के साथ लेने से भी रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
  • हरी सब्जियाँ और फल: हरी सब्जियाँ, जैसे पालक, ब्रोकली, और फल, जैसे केला और संतरा, रक्तचाप को संतुलित रखने में मददगार होते हैं।

उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द हृदय से संबंधित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। समय पर निदान और उचित उपचार से इन स्थितियों को नियंत्रित किया जा सकता है। जीवनशैली में छोटे बदलाव, जैसे कि स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव प्रबंधन, उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यदि आपको इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना अनिवार्य है, ताकि समय पर उचित इलाज प्राप्त किया जा सके।

FAQs

Q.1 – उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का क्या संबंध है?
उच्च रक्तचाप से हृदय की धमनियों पर दबाव बढ़ता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है और छाती में दर्द हो सकता है।

Q.2 – छाती में दर्द कितनी गंभीर स्थिति है?
छाती में दर्द एक गंभीर लक्षण है, जो हृदय से संबंधित समस्याओं जैसे दिल का दौरा या एनजाइना का संकेत हो सकता है। इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।

Q.3 – उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कैसे किया जा सकता है?
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, धूम्रपान और शराब से बचाव, और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का सेवन करना आवश्यक है।

Q.4 – क्या छाती में दर्द के लिए कोई विशेष आहार होता है?
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए, कम वसा, कम सोडियम और अधिक फाइबर वाला आहार लें। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, और नट्स को आहार में शामिल करें।

Q.5 – क्या उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का इलाज संभव है?
उच्च रक्तचाप और छाती में दर्द का इलाज संभव है। उचित जीवनशैली में बदलाव, दवाओं का सेवन, और गंभीर मामलों में सर्जरी से इसका इलाज किया जा सकता है।

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