tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Starts at ₹399
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Hindi Blogs
  • Hindi
  • बच्चों में डायबिटीज के लक्षण

बच्चों में डायबिटीज के लक्षण

Hindi
7 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
November 20, 2025
symptoms-of-diabetes-in-kids

डायबिटीज, जिसे सामान्यतः शुगर के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी बीमारी है जो न केवल वयस्कों में बल्कि बच्चों में भी तेजी से फैल रही है। बच्चों में डायबिटीज के लक्षण की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि ये सामान्य लक्षणों के रूप में प्रकट होते हैं, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।

डायबिटीज का समय पर निदान और प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि इसके अनियंत्रित रहने पर यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित कर सकता है।

बच्चों में डायबिटीज का सामान्य परिचय

डायबिटीज एक क्रोनिक बीमारी है जिसमें शरीर में इंसुलिन का उत्पादन सही मात्रा में नहीं हो पाता या शरीर द्वारा उत्पादित इंसुलिन का सही उपयोग नहीं हो पाता। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर में शुगर (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

बच्चों में डायबिटीज के दो प्रमुख प्रकार होते हैं:

  1. टाइप 1 डायबिटीज: इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पैंक्रियास की इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे इंसुलिन का उत्पादन बंद हो जाता है। यह बच्चों में सबसे सामान्य प्रकार की डायबिटीज है।
  2. टाइप 2 डायबिटीज: यह आमतौर पर वयस्कों में पाई जाती है, लेकिन अब यह बच्चों में भी देखी जा रही है। इसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता। यह समस्या आमतौर पर मोटापे, शारीरिक निष्क्रियता और गलत खानपान के कारण होती है।

बच्चों में डायबिटीज के प्रमुख लक्षण

डायबिटीज के लक्षण बच्चों में धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों को पहचानना आवश्यक है ताकि समय पर उपचार शुरू किया जा सके।

  1. बार-बार पेशाब आना

अगर आपका बच्चा बार-बार पेशाब करने जाता है, खासकर रात के समय, तो यह डायबिटीज का एक प्रमुख संकेत हो सकता है। शरीर में अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने के लिए किडनी अधिक मात्रा में पेशाब उत्पन्न करती है।

  1. अत्यधिक प्यास लगना

अगर बच्चा लगातार प्यास महसूस कर रहा है और सामान्य से अधिक पानी पी रहा है, तो यह भी एक चिंताजनक लक्षण हो सकता है। पेशाब के माध्यम से शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ की भरपाई के लिए शरीर अधिक पानी मांगता है।

  1. अचानक वजन कम होना

बच्चों में अचानक वजन कम होना भी डायबिटीज का संकेत हो सकता है। जब शरीर को ऊर्जा के लिए ग्लूकोज नहीं मिलता, तो वह शरीर की वसा और मांसपेशियों का उपयोग करने लगता है, जिससे वजन घटता है।

  1. अत्यधिक भूख लगना

अगर बच्चा बार-बार भूखा महसूस करता है और अधिक खाना खा रहा है, फिर भी उसका वजन घट रहा है, तो यह एक चेतावनी संकेत हो सकता है। शरीर की कोशिकाएं ग्लूकोज का सही उपयोग नहीं कर पातीं, जिससे ऊर्जा की कमी महसूस होती है और बार-बार भूख लगती है।

  1. थकान और कमजोरी

बच्चों में अत्यधिक थकान या कमजोरी का अनुभव भी डायबिटीज का एक लक्षण हो सकता है। जब शरीर को ग्लूकोज से ऊर्जा नहीं मिलती, तो वह कमजोर और थका हुआ महसूस करता है।

  1. धुंधला दृष्टि

डायबिटीज के कारण बच्चों की दृष्टि धुंधली हो सकती है। उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण आँखों के लेंस में सूजन आ जाती है, जिससे दृष्टि पर प्रभाव पड़ता है।

  1. घावों का देर से भरना

अगर आपके बच्चे के घाव या चोटें सामान्य से अधिक समय ले रही हैं ठीक होने में, तो यह भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। उच्च शर्करा स्तर से रक्त संचार प्रभावित होता है, जिससे घावों के भरने में समय लगता है।

  1. बार-बार संक्रमण होना

बच्चों में बार-बार संक्रमण होना, जैसे त्वचा संक्रमण, मूत्र संक्रमण आदि, डायबिटीज का एक और संकेत हो सकता है। उच्च शर्करा स्तर से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

बच्चों में टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बीच अंतर

जबकि टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों ही गंभीर स्थितियाँ हैं, इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं:

टाइप 1 डायबिटीज:

  • यह ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पैंक्रियास की इंसुलिन उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है।
  • इसका उपचार जीवनभर इंसुलिन थेरेपी के माध्यम से किया जाता है।
  • इसके लक्षण अचानक और गंभीर होते हैं।
  • आमतौर पर यह बच्चों और किशोरों में पाई जाती है।

टाइप 2 डायबिटीज:

  • इसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता (इंसुलिन रेसिस्टेंस)।
  • इसका उपचार स्वस्थ जीवनशैली, व्यायाम, और कभी-कभी दवाओं के माध्यम से किया जाता है।
  • इसके लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं।
  • यह आमतौर पर वयस्कों में पाई जाती है, लेकिन मोटापे के कारण अब बच्चों में भी दिख रही है।

डायबिटीज का बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

डायबिटीज सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी बच्चों पर असर डालता है।

मानसिक तनाव और चिंता

डायबिटीज का निदान और इसके साथ जीना बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके कारण बच्चे मानसिक तनाव और चिंता का शिकार हो सकते हैं। उन्हें हर समय अपने ब्लड शुगर स्तर की जांच करनी पड़ती है, जो मानसिक दबाव का कारण बन सकता है।

समाजिक चुनौतियाँ

बच्चों को डायबिटीज के कारण अपने दोस्तों और सहपाठियों के बीच अलग-थलग महसूस हो सकता है। उन्हें बार-बार इंसुलिन इंजेक्शन लेना पड़ता है या विशेष आहार का पालन करना पड़ता है, जो उनके लिए कठिन हो सकता है। इससे उनका आत्मसम्मान भी प्रभावित हो सकता है।

स्कूल में समस्याएँ

डायबिटीज के साथ स्कूल में पढ़ाई करना भी एक चुनौती हो सकती है। कई बार ब्लड शुगर स्तर कम या अधिक होने पर बच्चों को स्कूल से छुट्टी लेनी पड़ सकती है। इसके अलावा, परीक्षा के समय भी वे मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर महसूस कर सकते हैं।

डायबिटीज का निदान कैसे किया जाता है

अगर आपको संदेह है कि आपके बच्चे को डायबिटीज हो सकता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। डॉक्टर विभिन्न टेस्टों के माध्यम से डायबिटीज का निदान कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज टेस्ट

इस टेस्ट में बच्चे के रक्त का नमूना खाली पेट लिया जाता है। अगर शुगर का स्तर 126 mg/dL या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।

रैंडम ब्लड ग्लूकोज टेस्ट

इस टेस्ट में किसी भी समय बच्चे के रक्त का नमूना लिया जाता है। अगर शुगर का स्तर 200 mg/dL या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है, खासकर अगर अन्य लक्षण भी मौजूद हों।

ए1सी टेस्ट

यह टेस्ट पिछले 2-3 महीनों के दौरान रक्त शर्करा के औसत स्तर का पता लगाता है। अगर ए1सी का स्तर 6.5% या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।

ऑरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (OGTT)

इस टेस्ट में बच्चे को शुगर सोल्यूशन पीने के लिए दिया जाता है और फिर उसके रक्त शर्करा का स्तर मापा जाता है। अगर 2 घंटे के बाद शुगर का स्तर 200 mg/dL या उससे अधिक है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।

डायबिटीज का बच्चों में उपचार

बच्चों में डायबिटीज का उपचार उनके लक्षणों, डायबिटीज के प्रकार और उनके जीवन शैली के अनुसार किया जाता है।

इंसुलिन थेरेपी

टाइप 1 डायबिटीज वाले बच्चों को जीवनभर इंसुलिन थेरेपी की आवश्यकता होती है। इंसुलिन इंजेक्शन या इंसुलिन पंप के माध्यम से दिया जाता है। डॉक्टर इंसुलिन की सही मात्रा और समय निर्धारित करते हैं।

स्वस्थ आहार

बच्चों में डायबिटीज के प्रबंधन में आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्हें संतुलित आहार दिया जाना चाहिए जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा का सही अनुपात हो। साथ ही, शुगर और जंक फूड का सेवन कम करना आवश्यक है।

नियमित व्यायाम

नियमित व्यायाम बच्चों में ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके लिए उन्हें दिन में कम से कम 30 मिनट शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए, जैसे कि दौड़ना, तैराकी, साइकिल चलाना आदि।

ब्लड शुगर की नियमित जाँच

बच्चों को नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर स्तर की जांच करनी चाहिए। इससे उन्हें अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिलती है और वे अपनी इंसुलिन की मात्रा को समायोजित कर सकते हैं।

डायबिटीज के साथ जीवन जीने के टिप्स

डायबिटीज के साथ जीना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही मार्गदर्शन और समर्थन से बच्चे भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।

समय पर इंसुलिन लेना

बच्चों को समय पर इंसुलिन लेने की आदत डालनी चाहिए। इसके लिए माता-पिता उन्हें याद दिला सकते हैं या उन्हें खुद से इस प्रक्रिया को सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

सामाजिक समर्थन

बच्चों को सामाजिक समर्थन की आवश्यकता होती है। परिवार, स्कूल और दोस्तों के बीच उन्हें सकारात्मक वातावरण मिलना चाहिए। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे डायबिटीज के साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित होते हैं।

डायबिटीज एजुकेशन

बच्चों को डायबिटीज के बारे में शिक्षा देना आवश्यक है। उन्हें यह समझना चाहिए कि यह बीमारी क्या है, इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है, और इसके लक्षणों को कैसे पहचाना जा सकता है।

डायबिटीज के संभावित जटिलताएँ

डायबिटीज के अनियंत्रित रहने पर विभिन्न जटिलताएँ हो सकती हैं, जो बच्चों के लिए गंभीर हो सकती हैं।

डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (DKA)

टाइप 1 डायबिटीज के साथ जुड़ा एक गंभीर जटिलता डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (DKA) है। इसमें शरीर में इंसुलिन की कमी के कारण खून में कीटोन (एसिड) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

हाइपोग्लाइसीमिया (कम ब्लड शुगर स्तर)

इंसुलिन या दवाइयों की अधिकता के कारण या भोजन न करने पर ब्लड शुगर स्तर बहुत कम हो सकता है, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं। इसमें बच्चों को चक्कर आना, कमजोरी, पसीना आना, और बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

लंबी अवधि के जटिलताएँ

अनियंत्रित डायबिटीज के कारण लंबे समय तक शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि आँखें, किडनी, हृदय, और नर्वस सिस्टम।

बच्चों में डायबिटीज की रोकथाम के उपाय

डायबिटीज की रोकथाम के लिए बच्चों की जीवनशैली में कुछ बदलाव करना आवश्यक है।

संतुलित आहार

बच्चों को स्वस्थ और संतुलित आहार देना महत्वपूर्ण है। उनकी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन की सही मात्रा होनी चाहिए। शुगर और जंक फूड का सेवन सीमित रखना चाहिए।

नियमित व्यायाम

बच्चों को नियमित रूप से व्यायाम करने के लिए प्रेरित करें। यह उनके वजन को नियंत्रित रखने और ब्लड शुगर स्तर को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।

मोटापे की रोकथाम

मोटापा डायबिटीज का एक प्रमुख कारण है। बच्चों को बचपन से ही सही खानपान और व्यायाम की आदतें डालकर मोटापे से बचाया जा सकता है।

डॉक्टर से नियमित चेकअप

बच्चों का समय-समय पर मेडिकल चेकअप कराना चाहिए ताकि किसी भी स्वास्थ्य समस्या का समय पर पता लगाया जा सके। अगर परिवार में डायबिटीज का इतिहास है, तो विशेष ध्यान देना आवश्यक है।

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही जागरूकता और प्रबंधन से बच्चों को सामान्य जीवन जीने में मदद मिल सकती है। बच्चों में डायबिटीज के लक्षणों को समय पर पहचानना और उनका उचित उपचार करना आवश्यक है। माता-पिता और अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

FAQs

Q.1 – क्या बच्चों में डायबिटीज का इलाज संभव है?
बच्चों में डायबिटीज का इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है। समय पर निदान, उचित उपचार, और जीवनशैली में बदलाव से इसे प्रबंधित किया जा सकता है।

Q.2 – बच्चों में डायबिटीज के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है?
संतुलित आहार जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन शामिल हों, डायबिटीज के प्रबंधन में सहायक हो सकता है। शुगर और जंक फूड का सेवन सीमित करना चाहिए।

Q.3 – क्या बच्चों में डायबिटीज के लक्षण अचानक प्रकट होते हैं?
टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण अक्सर अचानक प्रकट होते हैं, जबकि टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं।

Q.4 – क्या बच्चों में डायबिटीज के कारण वजन घट सकता है?
हाँ, बच्चों में डायबिटीज के कारण वजन अचानक कम हो सकता है, खासकर टाइप 1 डायबिटीज के मामलों में।

Q.5 – क्या बच्चों में डायबिटीज को रोका जा सकता है?
टाइप 2 डायबिटीज को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर काफी हद तक रोका जा सकता है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और वजन नियंत्रण इसमें मददगार होते हैं।

Tags

Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search

Get the Taphealth app now!

More blogs

Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Neha Sharma
Reviewed by:
Neha Sharma
Posted on
November 20, 2025

Toor Dal Glycemic Index: Your Simple Guide to This Blood Sugar-Friendly Superfood

Picture this: a humble yellow lentil simmering in a pot, filling your kitchen with earthy, comforting aromas. That’s toor dal—a staple in millions of Indian homes and a secret weapon for steady energy. But if you’ve been told to watch your blood sugar, you might wonder: Can I really eat this daily? Will it spike […]

Diabetes
6 min read
symptoms-of-diabetes-in-kids
Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Neha Sharma
Reviewed by:
Neha Sharma
Posted on
November 19, 2025

Bitter Gourd Glycemic Index: A Diabetic’s Secret Weapon? | The Full Guide

Bitter gourd, also known as bitter melon or karela, isn’t winning any popularity contests for its taste. Its name says it all—it’s bitter. But what if this bumpy, green vegetable held a secret power, especially for people worried about their blood sugar? You’ve probably heard about the glycemic index (GI) if you or someone you […]

Diabetes
6 min read
symptoms-of-diabetes-in-kids
Chetan Chopra
Written by
Chetan Chopra
Varshitha Sotala
Reviewed by:
Varshitha Sotala
Posted on
November 19, 2025

Radish Glycemic Index: Your Simple Guide to Blood Sugar Control

Let’s talk about radishes. You know them—the crunchy, peppery little roots that add a zing to salads and tacos. But did you know they’re also a secret weapon for keeping your blood sugar steady? If you’ve ever wondered about the radish glycemic index, you’re in the right place. Whether you’re managing diabetes, watching your weight, […]

Diabetes
7 min read
symptoms-of-diabetes-in-kids

Subscribe to our mailing list & never miss an update

Smart Diabetes Care

AI-driven, fully personalized, and constantly
adapting to your needs in real time.

tap health
tap.health logo
copyright © 2025
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions