tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Starts at ₹399
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Blogs
  • Hindi
  • गर्भावस्था के बाद व्यायाम: शुरुआत कैसे करें

गर्भावस्था के बाद व्यायाम: शुरुआत कैसे करें

Hindi
May 2, 2025
• 8 min read
Dhaval Chauhan
Written by
Dhaval Chauhan
K. Siva Jyothi
Reviewed by:
K. Siva Jyothi
ChatGPT Perplexity WhatsApp LinkedIn X Grok Google AI
प्रेगनेंसी के बाद व्यायाम करते हुए महिला

Table of Contents

  • प्रेगनेंसी के बाद एक्सरसाइज़: सुरक्षित शुरुआत कैसे करें?
  • गर्भावस्था के बाद वज़न घटाने के लिए व्यायाम
  • माँ बनने के बाद खुद को फिट रखने के व्यायाम
  • पोस्ट-प्रेगनेंसी योग और व्यायाम: गाइड
  • शरीर को फिर से पाएँ: प्रसव के बाद व्यायाम की शुरुआत
  • Frequently Asked Questions
  • References

माँ बनने के बाद शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं, और खुद को फिर से तंदुरुस्त पाने की चाहत हर नई माँ के दिल में होती है। लेकिन गर्भावस्था के बाद व्यायाम: शुरुआत कैसे करें, यह सवाल कई महिलाओं के मन में उठता है। यह ब्लॉग पोस्ट आपको इस महत्वपूर्ण सफर में मार्गदर्शन करेगा, सुरक्षित और प्रभावी तरीके से व्यायाम शुरू करने में मदद करेगा। हम आपको ऐसे व्यायामों के बारे में बताएँगे जो आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत दोनों को बेहतर बनाएँगे। तो चलिए, इस यात्रा को साथ मिलकर शुरू करते हैं और एक स्वस्थ और मज़बूत आप बनने की ओर पहला कदम उठाते हैं!

प्रेगनेंसी के बाद एक्सरसाइज़: सुरक्षित शुरुआत कैसे करें?

भारत में हर साल लगभग 2.5 मिलियन महिलाएँ गर्भावस्था मधुमेह (Gestational Diabetes) से ग्रस्त होती हैं। यह एक गंभीर समस्या है जिससे प्रसव के बाद शारीरिक पुनर्वास और स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, प्रसवोत्तर व्यायाम की शुरुआत सावधानी और सही जानकारी के साथ करना बेहद ज़रूरी है। गर्भवस्था के बाद शरीर को पुनर्निर्माण और मज़बूत बनाने के लिए धीरे-धीरे व्यायाम शुरू करना चाहिए। ख़ासकर अगर आपको गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप को कैसे रोकें: सुरक्षित गर्भधारण के उपाय जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा हो, तो और भी ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है।

शुरुआत के लिए आसान व्यायाम:

पहले कुछ हफ़्तों में हल्के व्यायाम जैसे केगल एक्सरसाइज़ और सांस लेने के व्यायाम पर ध्यान केंद्रित करें। ये व्यायाम पेल्विक मांसपेशियों को मज़बूत करते हैं और शरीर को धीरे-धीरे गतिविधि के लिए तैयार करते हैं। धीरे-धीरे टहलना शुरू करें, दिन में कुछ मिनटों से शुरुआत करके धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ। यदि आप पहले से ही नियमित रूप से व्यायाम करती थीं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर अपनी पिछली दिनचर्या में धीरे-धीरे वापसी करें। ज़्यादा ज़ोर न लगाएँ और अपने शरीर को सुनें। ध्यान रखें कि स्वास्थ्यवर्धक आहार भी ज़रूरी है, और भोजन के बाद शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए भोजन के बाद शुगर स्पाइक्स रोकने के 10 असरदार तरीके पर ध्यान दें।

अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें:

प्रसवोत्तर व्यायाम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह ज़रूर लें। वे आपकी शारीरिक स्थिति के अनुसार एक सुरक्षित और प्रभावी व्यायाम योजना बनाने में आपकी मदद करेंगे। ख़ासकर, यदि आपको गर्भावस्था मधुमेह या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या रही है, तो डॉक्टर की सलाह अत्यंत महत्वपूर्ण है।

क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य:

भारत और उष्णकटिबंधीय देशों में, गर्मी और आर्द्रता के कारण व्यायाम करते समय ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। सुबह या शाम के ठंडे समय में व्यायाम करें और पर्याप्त पानी पीते रहें। हल्के, ढीले कपड़े पहनें और धूप से बचाव के उपाय करें। अपने शरीर को सुनना और धीरे-धीरे प्रगति करना सफलता की कुंजी है।

गर्भावस्था के बाद वज़न घटाने के लिए व्यायाम

गर्भावस्था के बाद वज़न कम करना कई महिलाओं के लिए एक चुनौती होती है, लेकिन यह बेहद ज़रूरी भी है। यह सिर्फ़ सुंदरता से जुड़ा नहीं है, बल्कि आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी अहम है। जिस तरह माताओं में गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes) होने से बच्चों में आगे चलकर टाइप 2 मधुमेह होने का खतरा 7 गुना बढ़ जाता है, उसी तरह ज़्यादा वज़न भी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसलिए, शरीर को धीरे-धीरे व्यायाम की आदत डालना बेहद ज़रूरी है।

शुरुआत कैसे करें?

पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। प्रसव के बाद शुरुआती हफ़्तों में आराम करना ज़रूरी है। फिर धीरे-धीरे हल्के व्यायाम से शुरुआत करें, जैसे कि रोज़ाना 15-20 मिनट की तेज़ चलना। आप योग या प्राणायाम भी कर सकती हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने और ऊर्जा स्तर बढ़ाने में मदद करते हैं। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज़ भी ज़रूरी है, जिससे प्रेग्नेंसी के बाद की कमज़ोरी दूर होती है।

ध्यान रखने योग्य बातें

अपने शरीर को सुनें और ज़्यादा जोर न डालें। धीरे-धीरे व्यायाम की अवधि और तीव्रता बढ़ाएँ। पर्याप्त पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें। अगर आपको कोई दर्द या परेशानी हो, तो तुरंत व्यायाम रोक दें और डॉक्टर से सलाह लें। याद रखें, धीरे-धीरे और लगातार प्रयास करने से ही आप अपने लक्ष्य तक पहुँच सकती हैं। भारतीय और उष्णकटिबंधीय देशों में गर्मी का ध्यान रखते हुए सुबह या शाम के ठंडे समय में व्यायाम करें। वजन घटाने के लिए सही वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट और स्वस्थ तरीके – Diet Chart और टिप्स का पालन करना भी बहुत ज़रूरी है।

आगे बढ़ें

अपने वज़न घटाने के सफ़र में आपके आस-पास की महिलाओं से बात करें, उनसे प्रेरणा लें और एक-दूसरे को सपोर्ट करें। यह याद रखें कि आप अकेली नहीं हैं और धीरे-धीरे, लगातार प्रयास से आप अपने स्वास्थ्य और वज़न के लक्ष्य को प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए आप स्वाभाविक वजन घटाने के टिप्स: स्वस्थ और प्रभावी तरीके से वजन कम करे पर भी विचार कर सकती हैं।

माँ बनने के बाद खुद को फिट रखने के व्यायाम

गर्भधारण के बाद शरीर में कई बदलाव आते हैं और खुद को फिर से फिट पाने की यात्रा चुनौतीपूर्ण हो सकती है। लेकिन धीरे-धीरे और सही तरीके से व्यायाम शुरू करना बेहद ज़रूरी है। यह न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी संतुलित रखने में मदद करता है। पोस्ट-पार्टम व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है जैसे हाई ब्लड शुगर या डायबिटीज। 5.7% से कम HbA1c स्तर सामान्य माना जाता है, जबकि 5.7% से 6.4% के बीच प्री-डायबिटीज और 6.5% या उससे अधिक डायबिटीज का संकेत देता है। यदि आपको डायबिटीज है तो मधुमेह के लिए 7 आसान व्यायाम | स्वस्थ जीवनशैली के लिए टिप्स देखना उपयोगी होगा।

शुरुआत कैसे करें?

शुरुआत में हल्के व्यायाम से शुरुआत करें जैसे टहलना। धीरे-धीरे अपनी गति और समय बढ़ाएँ। केगेल एक्सरसाइज़ पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती हैं जो प्रसव के बाद बहुत महत्वपूर्ण है। ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान भी हल्के व्यायाम जैसे योग या स्ट्रेचिंग की जा सकती है। भारतीय परिवेश में, घर के काम भी एक तरह का व्यायाम हो सकता है, जैसे कि बच्चों के साथ खेलना या घर के आसपास काम करना। ध्यान रखें कि शरीर को आराम की भी आवश्यकता होती है, इसलिए व्यायाम के साथ-साथ पर्याप्त नींद लें और संतुलित आहार लें।

क्षेत्रीय सुझाव

भारत और उष्णकटिबंधीय देशों में, गर्मी और आर्द्रता को ध्यान में रखते हुए व्यायाम का समय सुबह या शाम को चुना जाना चाहिए जब तापमान कम होता है। पर्याप्त पानी पीना भी बेहद जरूरी है। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों, जैसे पार्क या योग क्लासेस का उपयोग कर सकते हैं। अपने आस-पास के लोगों से भी प्रेरणा ले सकते हैं और साथ मिलकर व्यायाम कर सकते हैं। याद रखें, धैर्य और स्थिरता ही सफलता की कुंजी है। अपने डॉक्टर से नियमित रूप से परामर्श करते रहें और अपनी प्रगति की निगरानी करते रहें। डायबिटीज के नियंत्रण के लिए व्यायाम के और सुझावों के लिए, आप मधुमेह नियंत्रण के लिए 10 सर्वश्रेष्ठ व्यायाम टिप्स | स्वास्थ्य के लिए उपयोगी सुझाव पढ़ सकते हैं।

पोस्ट-प्रेगनेंसी योग और व्यायाम: गाइड

गर्भावस्था के बाद शरीर को फिर से अपनी पुरानी लय में लाने के लिए धीरे-धीरे व्यायाम शुरू करना बेहद जरूरी है। यह प्रक्रिया व्यक्ति से व्यक्ति में अलग-अलग होती है, इसलिए धैर्य और समझदारी से काम लेना महत्वपूर्ण है। शुरुआत में हल्के व्यायाम से शुरुआत करें और धीरे-धीरे तीव्रता बढ़ाएँ। याद रखें, शरीर को ठीक होने के लिए समय चाहिए।

शुरुआत कैसे करें?

पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। खासकर अगर आपको शुगर की समस्या है, तो रक्त शर्करा के स्तर (Blood sugar levels) पर ध्यान देना अति आवश्यक है। यदि आपका रक्त शर्करा का स्तर 140–199 mg/dL के बीच है, तो यह प्री-डायबिटीज का संकेत हो सकता है, और 200 mg/dL या उससे अधिक मधुमेह का संकेत देता है। इसलिए, व्यायाम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से चर्चा करके एक सुरक्षित रणनीति बनाएँ। यदि आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो योग के माध्यम से हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रण: प्रभावी आसन और प्राणायाम पर ध्यान देना ज़रूरी है।

योग और व्यायाम के फायदे:

योग, खासकर गर्भावस्था के बाद, शरीर को मजबूत बनाने और तनाव कम करने में मदद करता है। हल्के कार्डियो व्यायाम जैसे टहलना या तैराकी भी शुरूआत के लिए अच्छे विकल्प हैं। धीरे-धीरे आप ज़्यादा तीव्र व्यायामों की ओर बढ़ सकती हैं। याद रखें, जल्दबाज़ी न करें और अपने शरीर को सुनें। उच्च रक्तचाप के लिए उच्च रक्तचाप प्राणायाम, ब्लड प्रेशर के लिए योग भी फायदेमंद हो सकता है।

क्षेत्रीय सुझाव:

भारत और उष्णकटिबंधीय देशों में गर्मी और आर्द्रता का ध्यान रखना ज़रूरी है। सुबह या शाम के ठंडे समय में व्यायाम करने की कोशिश करें। पर्याप्त पानी पीना न भूलें। अपने आहार पर भी ध्यान दें, ताकि शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व मिलते रहें। स्थानीय योग केंद्रों से योग कक्षाओं में शामिल होना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ध्यान रखें, हर शरीर अलग होता है, अपने शरीर के संकेतों को समझें और उसके अनुसार आगे बढ़ें।

शरीर को फिर से पाएँ: प्रसव के बाद व्यायाम की शुरुआत

प्रसव के बाद, अपने शरीर को पहले जैसा बनाने की यात्रा शुरू करना एक बड़ा कदम होता है। यह यात्रा धीरे-धीरे और सही तरीके से शुरू करना बेहद ज़रूरी है, खासकर भारत जैसे देश में जहाँ मधुमेह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। 2009 में 7.1% से बढ़कर 2019 में 8.9% तक पहुँचने वाले मधुमेह के आंकड़े इस बात का सबूत हैं। प्रसवोत्तर व्यायाम न केवल आपके शरीर को पहले जैसा बनाने में मदद करता है बल्कि मधुमेह जैसी बीमारियों से बचाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस बारे में और जानने के लिए आप व्यायाम और रक्त शर्करा स्तर: विज्ञान की पूरी जानकारी लेख पढ़ सकते हैं।

शुरुआत कैसे करें?

पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। उनसे पूछें कि आपके लिए कौन से व्यायाम उपयुक्त हैं और कब से शुरू करना चाहिए। शुरुआत में हल्के व्यायाम जैसे केगेल एक्सरसाइज और हल्की-फुल्की सैर से शुरुआत करें। धीरे-धीरे अपनी गति और तीव्रता बढ़ाएँ। हर दिन थोड़ा-थोड़ा व्यायाम करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। याद रखें, धैर्य और लगन से ही आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकती हैं। अपनी व्यायाम की तीव्रता को सही ढंग से चुनना भी महत्वपूर्ण है, जिससे आपको व्यायाम की तीव्रता: स्वास्थ्य के लिए सही चयन और असर लेख में मदद मिल सकती है।

क्या करें और क्या न करें?

करें: पर्याप्त पानी पिएं, संतुलित आहार लें, और अपने शरीर को सुनें। यदि आपको दर्द हो रहा है, तो व्यायाम रोक दें।

न करें: जल्दबाज़ी में ज़्यादा ज़ोरदार व्यायाम न करें। अपने शरीर को धीरे-धीरे अभ्यस्त होने दें।

भारत और उष्णकटिबंधीय देशों में गर्मी अधिक होती है, इसलिए सुबह या शाम के ठंडे समय में व्यायाम करना बेहतर होगा। अपनी प्रगति पर नज़र रखें और नियमित रूप से अपने डॉक्टर से परामर्श करते रहें। आप एक योग प्रशिक्षक से भी सलाह ले सकती हैं, क्योंकि योग प्रसवोत्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। याद रखें, एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से आप न केवल शारीरिक रूप से मज़बूत बनेंगी बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगी।

Frequently Asked Questions

Q1. प्रसव के बाद व्यायाम कब शुरू करना चाहिए?

प्रसव के बाद व्यायाम धीरे-धीरे और सावधानी से शुरू करना चाहिए। किसी भी व्यायाम कार्यक्रम को शुरू करने से पहले डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह ज़रूर लें।

Q2. प्रसव के बाद शुरुआती व्यायाम क्या होने चाहिए?

शुरुआती व्यायाम में केगेल व्यायाम और साँस लेने के व्यायाम शामिल होने चाहिए, फिर धीरे-धीरे छोटी-छोटी सैर शुरू करनी चाहिए और समय धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए।

Q3. गर्भावस्था के बाद व्यायाम करने से क्या फायदे हैं?

प्रसव के बाद व्यायाम शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। यह शरीर को पहले जैसा बनाने, मजबूत बनाने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

Q4. मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

गर्भावस्था के बाद व्यायाम करते समय अपने शरीर को सुनना, ज़्यादा मेहनत से बचना, और धीरे-धीरे प्रगति का जश्न मनाना बहुत ज़रूरी है। गर्मी और नमी वाले इलाकों में ठंडे समय में व्यायाम करना और पर्याप्त पानी पीना भी ज़रूरी है। पोषक आहार भी लेना चाहिए और खासकर मधुमेह या प्री-डायबिटीज वाली महिलाओं को ब्लड शुगर लेवल पर नज़र रखनी चाहिए।

Q5. अगर मुझे मधुमेह है तो मुझे क्या करना चाहिए?

अगर आपको मधुमेह है या प्री-डायबिटीज है, तो प्रसव के बाद व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। व्यायाम के दौरान अपने ब्लड शुगर लेवल को नियमित रूप से जांचते रहें और अपने आहार पर ध्यान दें।

References

  • Diabetes Mellitus: Understanding the Disease, Its Diagnosis, and Management Strategies in Present Scenario: https://www.ajol.info/index.php/ajbr/article/view/283152/266731
  • Understanding Diabetes and Prediabetes: https://wvdiabetescollaborative.wvu.edu/files/d/0f1a1ae9-bcb4-4af5-8118-7dd7e5ca7f39/wvdc-toolkit-1.pdf
Tags
Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search
More blogs
Dhruv Sharma
Dhruv Sharma
• December 13, 2025
• 6 min read

Chicken GI Index: Is Chicken Good for Diabetics? (Complete Guide)

When you are managing diabetes or just trying to eat healthier, understanding the Glycemic Index (GI) of your food is crucial. It acts like a traffic signal for your blood sugar—green means go, red means stop. One question we hear constantly is: What is the chicken GI index? If you have been searching for the […]

Diabetes
प्रेगनेंसी के बाद व्यायाम करते हुए महिला
Dhruv Sharma
Dhruv Sharma
• December 13, 2025
• 7 min read

Low Glycemic Index Sweeteners: Best Options for Diabetics & Health (2026 Guide)

We all love a sweet treat now and then. Whether it is a hot cup of masala chai in the morning, a piece of chocolate after dinner, or a celebratory mithai, sugar is a huge part of our lives. But for millions of people managing diabetes, insulin resistance, or weight issues, regular sugar is dangerous. […]

Diabetes
प्रेगनेंसी के बाद व्यायाम करते हुए महिला
Dhruv Sharma
Dhruv Sharma
• December 13, 2025
• 8 min read

Fructose Glycemic Index: The Truth About the “Healthy” Fruit Sugar

Sugar is confusing. Walk into any supermarket in India, and you will see “Sugar-Free,” “No Added Sugar,” or “Contains Natural Fruit Sugars” plastered across packages. For someone managing diabetes, trying to lose weight, or just aiming for better health, it can feel like a minefield. You might have heard that fructose (the sugar found in […]

Diabetes
प्रेगनेंसी के बाद व्यायाम करते हुए महिला
Do you remember your last sugar reading?
Log and Track your glucose on the Tap Health App
All logs in one place
Smart trend graphs
Medicine Reminder
100% Ad Free
Download Now

Missed your diabetes meds

again? Not anymore.

Get medicine reminders on your phone.

✓ Glucose diary and Insights
✓ Smart Nudges
✓ All logs at one place
✓ 100% Ad free
Download Free
tap health
tap.health logo
copyright © 2025
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions
Get Your Free AI Diabetes Companion Now