मधुमेह और उच्च रक्तचाप, यानी उच्च रक्तछाप, दोनो व्याधियां आज के समय में आम हो गई हैं। ये व्याधियां शरीर के कई अंगो पर नुक्सान पूछती हैं और दोनों में से किसी एक के होने पर दूसरी बीमारी होने का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में ये जाना बहुत जरूरी है कि बिमारियों में कौन से भोजन से बचा जाए ताकि इनका असर और बुरा ना हो और स्वास्थ्य बना रहे।
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज में भोजन का महत्व
मधुमेह और उच्च रक्तछाप में भोजन का चुनाव ही व्यक्ति के स्वास्थ्य को सुधारने और बिगाड़ने में बड़ी भूमिका निभाता है। ऐसे भोजन जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स में ऊंचा हो या सोडियम और संतृप्त वसा से भरपूर हो, ये दोनों बीमारियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। उनका नियम से परहेज करके ही हम बीमारियों पर नजर रख सकते हैं।
मिठाइयाँ और मीठी चीज़े
डायबिटीज में मीठा से दूर रहना सबसे पहला और जरूरी कदम है। मीठी चीज़े जैसी मिठाई, पेस्ट्री, और मीठे पेय में चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाती है। ये सिर्फ डायबिटीज ही नहीं, बाल्की उच्च रक्तछाप पर भी असर कर सकती है, क्योंकि ये चीज वजन बढ़ाने और मोटापे को बढ़ावा देती है जो हाई ब्लड प्रेशर के लिए भी खतरनाक है।
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड भोजन
पैकेज्ड और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जैसे नमकीन, चिप्स, और प्रसंस्कृत मांस में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। सोडियम उच्च रक्त चाप के लिए ख़तरनाक होता है और इस रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है। साथ ही, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में भी चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा का मात्रा बढ़ा देता है जो मधुमेह में भी नुक्सान पूछता है। ऐसे में चीज़ों से बचना ही अच्छा होता है।
संतृप्त और ट्रांस फैट से भरे भोजन
फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज्जा और तली हुई चीजों में संतृप्त और ट्रांस वसा होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ाते हैं। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीज़ों को ऐसे भोजन से बचना चाहिए क्योंकि ये दोनों ही बीमारियों को और भी ख़तरनाक बना सकते हैं।
सफ़ेद आटा और मैदा से बने भोजन
सफेद आटा और मैदा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है जो ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि लाता है। परांठे, पूरियां, और सफेद ब्रेड जैसी चीजें, मधुमेह और उच्च रक्तचाप डोनो के लिए हानिकारक होते हैं। इनकी जगह पर मल्टीग्रेन या साबुत गेहूं से बने पनीर इस्तमाल करना उचित है जिसके शरीर में चीनी और वसा का अच्छे से नियन्त्रण हो सके।
शीतल पेय और शीतल पेय
मीठे शीतल पेय और ठंडे पेय में फ्रुक्टोज और चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो मधुमेह में ग्लूकोज के स्तर को बढ़ाता है और उच्च रक्त चाप में द्रव प्रतिधारण को भी प्रभावित करता है। ये आपके लीवर और किडनी पर भी असर कर सकते हैं, जो इन दोनों बीमारियों के लिए हानिकारक हैं। इनकी जगह नारियल पानी या शुगर-फ्री हर्बल चाय बेहतर विकल्प हैं।
प्रसंस्कृत मांस जैसे सॉसेज और बेकन
प्रोसेस्ड मीट जैसे बेकन, सॉसेज और सलामी में सोडियम और प्रिजर्वेटिव होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर के लिए बहुत नुक्सान कारक हैं। इनमें भी अस्वास्थ्यकर वसा होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को बढ़ाते हैं। मधुमेह के रोगियों को भी प्रसंस्कृत मांस से बचना चाहिए क्योंकि ये रक्त शर्करा के स्तर को भी प्रभावित कर सकता है।
शराब का सेवन
अल्कोहल ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर डोनो पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। अत्यधिक शराब का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को गिरा सकता है या बढ़ा सकता है, और यह रक्तचाप को भी नियंत्रित नहीं कर पाता। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीज़ों को शराब का सेवन कम करना चाहिए या पूरा नहीं करना चाहिए।
क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
खाएँ: सब्जियाँ, साबुत अनाज, नारियल पानी, कम वसा वाले डेयरी, और असंतृप्त वसा जैसे जैतून का तेल।
बचने वाले भोजन: मिठाइयाँ, पैकेज्ड खाद्य पदार्थ, प्रसंस्कृत मांस, और संतृप्त वसा।
मधुमेह और उच्च रक्तचाप के लिए सामान्य टिप्स
आहार में फाइबर बढ़ाएं: फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ ये सब्जियां और साबुत अनाज रक्त शर्करा को नियंत्रण में रखते हैं।
नियमित व्यायाम करें: एक्सरसाइज ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मददगार होता है।
पानी का लाभ सेवन करें: पानी आपके मेटाबॉलिज्म को सुधारता है और वजन प्रबंधन में भी मदद करता है।
मधुमेह और उच्च रक्तचाप के लिए कुछ चीजें जैसे प्रसंस्कृत और शर्करायुक्त पदार्थों से बचना ही उत्तम है। आपका सही भोजन और व्यायाम बीमारियों में फ़ायदा कर सकता है और आपका दिल और समग्र स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है। साफ-सुथरा और संतुलित भोजन ही सेहत का असली राज है और अपनी खुशी और तंदुरुस्ती को बनाए रखने में मदद करता है।
FAQs
Q.1 – मधुमेह और उच्च रक्तचाप में क्या खाना चाहिए?
मधुमेह और उच्च रक्तचाप के रोगियों को कुछ खास चीज़ों से बचना चाहिए। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, तले हुए खाद्य पदार्थ, उच्च चीनी वाली चीजें, बेकरी उत्पाद (जैसे कुकीज़, पेस्ट्री), और उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थ (जैसे डिब्बाबंद सूप और अचार) से बचना चाहिए। ये सब चीज़ इंसुलिन और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
Q.2 – प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और उच्च चीनी वाली चीजें मधुमेह और रक्तचाप के लिए हानिकारक क्यों हैं?
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और उच्च-चीनी वाली वस्तुओं में परिष्कृत शर्करा के उच्च स्तर और अस्वास्थ्यकर वसा होते हैं जो इंसुलिन को प्रभावित करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाते हैं। इसके साथ ही, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में सोडियम और एडिटिव्स की मात्रा अधिक होती है जो रक्तचाप को बढ़ाता है। ये दोनो मिल कर दिल और किडनी के लिए जोखिम कारक पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, जो मधुमेह और उच्च बीपी रोगियों के लिए हानिकारक हैं।
Q.3 – हाई ब्लड प्रेशर के लिए कौनसा आता सही रहेगा?
हाई ब्लड प्रेशर के लिए साबुत अनाज या मल्टी-ग्रेन आता सबसे अच्छा रहता है, जैसे ज्वार, बाजरा, और रागी का आता। ये फाइबर से भरपूर होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार हैं। रिफाइंड आटे से बचना चाहिए, क्योंकि ये फाइबर में कम और प्रोसेस्ड होते हैं।
Q.4 – डायबिटीज में कौन सी सब्जियां खाना फायदेमंद है?
डायबिटीज के लिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्जियां बेहतर हैं, जैसे करेला, तोरी, भिंडी, पालक, ब्रोकोली, और गोभी। ये सब्जियाँ ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करती हैं और फाइबर और विटामिन से भरपूर होती हैं, जो मधुमेह रोगियों के लिए फ़ायदेमंद हैं।
Q.5 – हाई ब्लड प्रेशर में नमक का परहेज कैसे करें?
हाई ब्लड प्रेशर में लो-सोडियम डाइट काफी मददगार होता है। नमक को कंट्रोल में रखने के लिए प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और डिब्बाबंद वस्तुओं से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है। अपने खाने में सेंधा नमक (सेंधा नमक) या कम सोडियम वाला नमक का उपयोग करें, लेकिन इसकी सीमित मात्रा ही होनी चाहिए। नमक रहित मसाले और जड़ी-बूटियाँ, जैसा जीरा, धनिया, और तुलसी, का उपयोग स्वाद बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।