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बच्चों में पैर के पंजे पर चलना: लक्षण, कारण और क्या करें

Hindi
May 7, 2025
• 8 min read
Dhaval Chauhan
Written by
Dhaval Chauhan
Neha
Reviewed by:
Neha
बच्चा पैर के पंजे पर चल रहा है

 

Table of Contents

  • बच्चों में पैर के पंजों पर चलना: क्या है इसका कारण?
  • पैर के पंजों पर चलने वाले बच्चों के लक्षण और निदान
  • बच्चे के पैर के पंजों पर चलने से कैसे बचें: एक संपूर्ण गाइड
  • क्या आपका बच्चा पैर के पंजों पर चलता है? जानिए घरेलू उपचार
  • पैर के पंजों पर चलना: कब डॉक्टर से करें संपर्क?
  • Frequently Asked Questions
  • References

क्या आपने कभी अपने बच्चे को पैर के पंजों पर चलते हुए देखा है? यह देखकर चिंता होना स्वाभाविक है। बच्चों में पैर के पंजे पर चलना: लक्षण, कारण और क्या करें, यह लेख इसी विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। हम विभिन्न कारणों, जैसे जन्मजात विकारों से लेकर साधारण विकासात्मक विलम्ब तक, को समझेंगे। इसके अलावा, हम आपको यह भी बताएँगे कि अगर आपका बच्चा इस तरह चल रहा है तो आपको क्या करना चाहिए और कब डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आइए, इस महत्वपूर्ण विषय को मिलकर समझते हैं और आपके बच्चे के स्वस्थ विकास में योगदान करते हैं।

बच्चों में पैर के पंजों पर चलना: क्या है इसका कारण?

बच्चों के पैर के पंजों पर चलने के कई कारण हो सकते हैं। यह एक सामान्य समस्या है, हालाँकि, इसके पीछे गंभीर कारण भी छिपे हो सकते हैं जिन पर ध्यान देना ज़रूरी है। कभी-कभी, यह केवल एक विकासात्मक चरण होता है जो कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह चिंता का विषय बन सकता है।

संभावित कारण:

* गलत जूतों का इस्तेमाल: अनुकूल न होने वाले जूते या चप्पल बच्चों के पैरों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं और उन्हें पैर के पंजों पर चलने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। भारत जैसे देशों में, कई बच्चे बिना जूतों के या अनुपयुक्त जूतों में चलते हैं, जिससे यह समस्या बढ़ सकती है।

* मोटापा: ज़्यादा वज़न बच्चों के पैरों पर अतिरिक्त दबाव डालता है और पैर के पंजों पर चलने की ओर ले जा सकता है। इससे जुड़ी समस्याओं जैसे पैडल एडिमा के कारण और उपचार:जानें पैरों में सूजन के मुख्य कारण-Tap Health को भी समझना ज़रूरी है।

* नर्व संबंधी समस्याएँ: कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियाँ पैरों के मांसपेशियों के नियंत्रण को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे बच्चे पैर के पंजों पर चलते हैं।

* मांसपेशियों की कमज़ोरी: पैरों की मांसपेशियों में कमज़ोरी भी इस समस्या का कारण बन सकती है। यह आनुवंशिक कारणों या अन्य चिकित्सीय स्थितियों के कारण हो सकता है।

* विकासात्मक देरी: कुछ बच्चों में विकासात्मक देरी होती है जिसके कारण वे सामान्य रूप से चलना नहीं सीख पाते और पैरों के पंजों पर चलने लगते हैं।

ध्यान दें: यह ज़रूरी नहीं है कि हर बच्चा जो पैर के पंजों पर चलता है, उसे कोई गंभीर समस्या हो। हालांकि, यदि आप अपने बच्चे में यह समस्या देखते हैं, तो उसे एक डॉक्टर को दिखाना बेहद ज़रूरी है। जल्दी पता चलने पर इलाज आसान और प्रभावी होता है। विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय देशों में, पैरों की देखभाल और उचित जूते पहनने से कई समस्याओं से बचा जा सकता है। अपने बच्चे के पैरों की नियमित जांच करें और किसी भी असामान्यता के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। समय रहते पता चलने पर कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है, जैसे कि मधुमेह से होने वाले पैर के अल्सर, जिससे अंगों के कटने का खतरा भी होता है (लगभग 15% मधुमेह रोगियों को जीवनकाल में पैर के अल्सर का अनुभव होता है)। पैरों में सूजन जैसी समस्याओं के बारे में और जानकारी के लिए आप पैरों में सूजन (Oedema): कारण, लक्षण और उपचार – Tap Health को देख सकते हैं।

पैर के पंजों पर चलने वाले बच्चों के लक्षण और निदान

लक्षण:

कई कारणों से बच्चे पैर के पंजों पर चल सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं असामान्य चलने का तरीका, जैसे कि पैरों के पंजों पर चलना या पैरों को अंदर या बाहर की ओर घुमाना। बच्चे में तकलीफ या दर्द भी हो सकता है, खासकर चलने या दौड़ने के दौरान। कुछ बच्चों में पैरों की मांसपेशियों में कमज़ोरी या कड़ापन भी देखा जा सकता है। मोटापा भी एक कारण हो सकता है। ध्यान रखें, ये लक्षण कई अन्य समस्याओं के भी संकेत हो सकते हैं, इसलिए समय पर डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।

निदान:

डॉक्टर शारीरिक जांच के साथ-साथ बच्चे के मेडिकल इतिहास के बारे में पूछताछ करेंगे। उन्हें बच्चे के विकास और गतिविधि स्तर के बारे में जानकारी की आवश्यकता होगी। ज़रूरत पड़ने पर, एक्स-रे या अन्य इमेजिंग टेस्ट किये जा सकते हैं ताकि पैरों की हड्डियों और जोड़ों की स्थिति का आकलन किया जा सके। कभी-कभी न्यूरोलॉजिकल परीक्षण भी ज़रूरी हो सकते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ चयापचय संबंधी रोग, जैसे कि मधुमेह में पैर की देखभाल: स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी कदम में चर्चा की गई समस्याएँ भी पैरों की समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। इसलिए, एक व्यापक जांच ज़रूरी है ताकि सही निदान किया जा सके और उपयुक्त इलाज शुरू किया जा सके। भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों में, पोषण की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती है, जिस पर ध्यान देना आवश्यक है। यदि बच्चे को पैरों में सूजन या एडिमा जैसी समस्या है, तो पैर में एडिमा: कारण, लक्षण और उपचार – Tap Health लेख को भी पढ़ना मददगार हो सकता है।

बच्चे के पैर के पंजों पर चलने से कैसे बचें: एक संपूर्ण गाइड

समस्या की पहचान

क्या आपका बच्चा पैर के पंजों पर चलता है? यह एक चिंता का विषय हो सकता है, खासकर भारत जैसे देशों में जहाँ बच्चों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पैर के पंजों पर चलना कई कारणों से हो सकता है, और समय पर पहचान और उपचार महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ़ एक आदत नहीं हो सकती; यह अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। जैसे कि, शोध दर्शाता है कि गर्भावस्था में मधुमेह से पीड़ित माताओं के बच्चों में आगे चलकर बच्चों में मधुमेह से बचाव के लिए माता-पिता की गाइड टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना सात गुना अधिक होती है। यह अन्य विकासात्मक समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।

संभावित कारण और समाधान

बच्चे के पैर के पंजों पर चलने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि मांसपेशियों में कमज़ोरी, जन्मजात विकृतियाँ, या तंत्रिका संबंधी समस्याएँ। कुछ मामलों में, यह केवल एक आदत हो सकती है। इसलिए, समस्या का सही निदान करना बेहद ज़रूरी है। एक विशेषज्ञ, जैसे कि बाल रोग विशेषज्ञ या फिजियोथेरेपिस्ट, सही कारण का पता लगाने और उपचार योजना बनाने में मदद कर सकता है। उपचार में फिजिकल थेरेपी, ऑर्थोटिक्स (अनुकूलित जूते या सहायक उपकरण), या अन्य चिकित्सा उपचार शामिल हो सकते हैं।

घरेलू उपाय और सतर्कता

कुछ सरल घरेलू उपायों से भी बच्चे को पैर के पंजों पर चलने से रोका जा सकता है। उदाहरण के लिए, उन्हें जूते पहनाने से पहले पैरों की मालिश करें, खूब खेलने और गतिविधियों में शामिल करें ताकि उनकी मांसपेशियाँ मज़बूत हों, और उनके लिए आरामदायक और सही आकार के जूते चुनें। लेकिन याद रखें, ये उपाय केवल तभी कारगर होंगे जब अंतर्निहित कोई गंभीर समस्या नहीं है। यदि आप चिंतित हैं, तो किसी डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। यदि मधुमेह जैसी कोई अंतर्निहित स्थिति है, तो मधुमेह में पैरों की सुरक्षा: रोकथाम के उपाय और सुझाव – Tap Health पर ध्यान देना और भी ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है।

निष्कर्ष:

भारत और अन्य उष्णकटिबंधीय देशों में, बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आपके बच्चे को पैर के पंजों पर चलने की समस्या है, तो जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें। समय पर पहचान और उपचार से बच्चे के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है। अपने बच्चे के स्वास्थ्य की अनदेखी न करें। आज ही एक नियुक्ति बुक करें!

क्या आपका बच्चा पैर के पंजों पर चलता है? जानिए घरेलू उपचार

क्या आप चिंतित हैं क्योंकि आपका बच्चा पैरों के पंजों पर चल रहा है? यह एक सामान्य समस्या है, खासकर छोटे बच्चों में, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। समझना ज़रूरी है कि यह हमेशा चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। जैसे, मधुमेह न्यूरोपैथी, जो भारत जैसे देशों में तेज़ी से बढ़ रही बीमारी है, बच्चों (हालांकि कम उम्र में कम आम) में भी पैरों में दर्द और गतिशीलता में कमी ला सकती है। यह 30-50% मधुमेह रोगियों को प्रभावित करती है। इस बारे में अधिक जानने के लिए, आप डायबिटीज के पैरों के लक्षण और उपचार: जानें कैसे करें बचाव – Tap Health लेख पढ़ सकते हैं।

संभावित कारण और घरेलू उपचार:

बच्चों में पैर के पंजों पर चलने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मांसपेशियों में कसाव, तंत्रिका संबंधी समस्याएं, या पैरों की संरचनात्मक समस्याएं। कुछ मामलों में, यह केवल एक विकासात्मक चरण हो सकता है जो कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि, अगर आपका बच्चा लगातार पैर के पंजों पर चल रहा है, तो एक डॉक्टर से परामर्श करना ज़रूरी है। वह सही कारण का पता लगाने और उचित उपचार सुझाने में मदद कर सकते हैं।

घरेलू उपचारों में बच्चे के पैरों की नियमित मालिश शामिल हो सकती है जिससे मांसपेशियों का कसाव कम हो सके। नियमित व्यायाम और खेल-कूद भी मददगार हो सकते हैं। ध्यान रखें कि घरेलू उपचार केवल सहायक हो सकते हैं, और किसी भी गंभीर स्थिति का इलाज नहीं कर सकते।

भारत और उष्णकटिबंधीय देशों में विशेष ध्यान:

भारत और अन्य उष्णकटिबंधीय देशों में, पर्याप्त पोषण की कमी भी बच्चों में पैरों के विकास को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, संतुलित आहार बहुत ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के पैरों की समस्या पोषण की कमी से जुड़ी हो सकती है, तो पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें। समय पर पहचान और उपचार से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हर समस्या का उपचार अलग होता है। जैसे, पित्ताशय की पथरी का इलाज: सर्जरी के बिना उपचार और घरेलू उपाय एक अलग ही विषय है।

पैर के पंजों पर चलना: कब डॉक्टर से करें संपर्क?

बच्चों में पैर के पंजों पर चलना कई कारणों से हो सकता है, जिसमें कुछ मामूली और कुछ गंभीर भी शामिल हैं। समय पर पहचान और उपचार बेहद ज़रूरी है। अगर आपका बच्चा लगातार पैर के पंजों पर चल रहा है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है, खासकर अगर यह चलना शुरू करने की उम्र के बाद भी जारी रहे। कुछ मामलों में, यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जिसका इलाज न करने पर आर्थिक बोझ भी पड़ सकता है, जैसा कि भारत में मधुमेह के प्रबंधन की वार्षिक प्रति व्यक्ति लागत लगभग 25,000 रुपये (शहरी रोगियों के लिए) से पता चलता है। यह लागत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के समय पर पता न चलने से और भी बढ़ सकती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वयस्कों में भी, जैसे कि डायबिटीज़ में सही जूते का महत्व: पैरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करें जैसा लेख बताता है, पैरों की देखभाल बहुत जरुरी है।

कब डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है?

यदि आपका बच्चा लगातार पैर के पंजों पर चल रहा है, खासकर 18 महीनों के बाद, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अन्य लक्षणों जैसे गति में कमी, पैरों में दर्द, या पैरों के आकार में असामान्यता के साथ पैर के पंजों पर चलना और भी चिंताजनक हो सकता है। यह लक्षण न्यूरोमस्कुलर समस्याओं, जन्मजात विकृतियों, या अन्य चिकित्सीय स्थितियों का संकेत हो सकते हैं। समय पर निदान और उपचार से लंबे समय में होने वाले खर्चों से बचा जा सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारतीय और उष्णकटिबंधीय देशों में कुछ विशिष्ट स्थितियाँ बच्चों में पैर के पंजों पर चलने का कारण बन सकती हैं, इसलिए एक अनुभवी बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना बेहद आवश्यक है। प्रारंभिक पहचान और उचित उपचार से आपके बच्चे के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर लक्षण का मतलब गंभीर बीमारी नहीं होता है। अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानकारी के लिए, आप पित्ताशय की पथरी के लक्षण और सावधानी – जानें और सुरक्षित रहें! जैसे लेख को पढ़ सकते हैं।

Frequently Asked Questions

Q1. क्या बच्चों में पैर के पंजे पर चलना हमेशा चिंता का विषय होता है?

नहीं, हमेशा नहीं। कई बार यह एक विकासात्मक चरण होता है जो अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन अगर यह लगातार बना रहता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

Q2. बच्चों में पैर के पंजे पर चलने के क्या कारण हो सकते हैं?

इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि गलत तरह के जूते, मोटापा, तंत्रिका संबंधी समस्याएँ, मांसपेशियों की कमज़ोरी (आनुवंशिक या अन्य कारणों से), और विकासात्मक देरी।

Q3. अगर मेरे बच्चे के पैर के पंजे पर चलने की समस्या है, तो मुझे क्या करना चाहिए?

डॉक्टर से सलाह लेना बेहद ज़रूरी है। वे पूरी जाँच करेंगे, जिसमें एक्स-रे और तंत्रिका संबंधी परीक्षण भी शामिल हो सकते हैं, ताकि सही कारण पता चल सके और उपचार शुरू किया जा सके।

Q4. इस समस्या का इलाज कैसे किया जाता है?

इलाज समस्या के कारण पर निर्भर करता है। इसमें फिजियोथेरेपी, ऑर्थोटिक्स, या अन्य चिकित्सीय उपाय शामिल हो सकते हैं।

Q5. पैर के पंजे पर चलने की समस्या को नज़रअंदाज़ करने से क्या नुकसान हो सकता है?

समस्या को नज़रअंदाज़ करने से दीर्घकालिक जटिलताएँ हो सकती हैं, ख़ासकर मधुमेह जैसी बीमारियों से जुड़े पैरों के अल्सर का ख़तरा बढ़ सकता है। इसलिए जल्दी पता लगाना और इलाज शुरू करना बेहद ज़रूरी है।

References

  • Children with Diabetes : A resourse guide for families and school. : https://www.health.ny.gov/publications/0944.pdf
  • What is Diabetes: https://www.medschool.lsuhsc.edu/genetics/docs/DIABETES.pdf

 

 

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