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Migraine ke Kaaraṇ, Lakshan

Hindi
3 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
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माइग्रेन एक सामान्य लेकिन जटिल समस्या है जिससे दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित होते हैं। यह केवल एक साधारण सिरदर्द नहीं है; यह एक तीव्र, धड़कन वाला दर्द है जो अक्सर एक तरफ होता है और इसके साथ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। माइग्रेन का असर जीवन की गुणवत्ता पर काफी हद तक पड़ सकता है, जिससे दैनिक गतिविधियों को करने में मुश्किलें आती हैं।

माइग्रेन क्या है?

 

माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें सिरदर्द का दौरा पड़ता है। यह आमतौर पर सिर के एक तरफ शुरू होता है और धड़कन जैसा दर्द पैदा करता है। माइग्रेन का दर्द अक्सर इतनी तीव्रता का होता है कि व्यक्ति को आराम करने और किसी भी तरह की शारीरिक या मानसिक गतिविधि से दूर रहने की आवश्यकता होती है।

माइग्रेन के प्रकार

माइग्रेन के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रकार नीचे दिए गए हैं:

Normal माइग्रेन

यह सबसे सामान्य प्रकार का माइग्रेन है जिसमें सिरदर्द के साथ अन्य लक्षण नहीं होते। इसे बिना औरा वाले माइग्रेन के नाम से भी जाना जाता है।

Aura माइग्रेन

इस प्रकार के माइग्रेन में सिरदर्द से पहले या उसके दौरान दृष्टि संबंधी या अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण होते हैं। जैसे कि आंखों के सामने चमकदार बिंदु दिखाई देना या दृष्टि में धुंधलापन आना।

Chronic माइग्रेन

यदि महीने में 15 दिन या उससे अधिक बार माइग्रेन होता है, तो इसे क्रोनिक माइग्रेन कहा जाता है। इस प्रकार के माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को अधिक सावधानी और चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

माइग्रेन के कारण

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माइग्रेन के कारण बहुत जटिल होते हैं और वे विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकते हैं:

आनुवंशिक कारण

माइग्रेन अक्सर परिवार में चलता है। यदि आपके माता-पिता या भाई-बहन को माइग्रेन है, तो आपके भी इससे पीड़ित होने की संभावना बढ़ जाती है। आनुवंशिकता माइग्रेन के मुख्य कारणों में से एक है।

पर्यावरणीय कारण

कुछ पर्यावरणीय कारक जैसे तेज रोशनी, जोर से आवाज, और मौसम में बदलाव भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। धुएं, प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय स्थितियाँ भी माइग्रेन को बढ़ा सकती हैं।

हार्मोनल बदलाव

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव जैसे मासिक धर्म, गर्भावस्था, और रजोनिवृत्ति के दौरान माइग्रेन के हमले अधिक हो सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन भी माइग्रेन के कारणों में से एक है।

माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन के लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

सिरदर्द

माइग्रेन का सबसे प्रमुख लक्षण सिरदर्द है जो अक्सर धड़कन जैसा महसूस होता है और सिर के एक तरफ होता है। यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकता है।

मतली और उल्टी

सिरदर्द के साथ-साथ मतली और उल्टी भी हो सकती है। ये लक्षण माइग्रेन के हमले को और अधिक असहज बना देते हैं।

संवेदनशीलता (प्रकाश, ध्वनि)

माइग्रेन के दौरान मरीजों को प्रकाश और ध्वनि के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता हो सकती है। तेज रोशनी और जोर से आवाजें दर्द को और बढ़ा सकती हैं।

माइग्रेन का निदान कैसे किया जाता है?

माइग्रेन का निदान करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों, चिकित्सा इतिहास, और शारीरिक परीक्षा के आधार पर निर्णय लेते हैं। कभी-कभी, अन्य समस्याओं को बाहर करने के लिए एमआरआई या सीटी स्कैन जैसी जांचें भी की जा सकती हैं। निदान की प्रक्रिया में रोगी के जीवनशैली और लक्षणों का विस्तृत विवरण भी महत्वपूर्ण होता है।

माइग्रेन का इलाज

योग और ध्यान

योग और ध्यान माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये मानसिक तनाव को कम करने और शरीर को आराम देने में सहायक होते हैं। योग के विभिन्न आसन और ध्यान की तकनीकें माइग्रेन को नियंत्रित करने में उपयोगी हो सकती हैं।

आहार और जीवनशैली में बदलावa

संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली माइग्रेन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। माइग्रेन को कम करने के लिए नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और तनाव प्रबंधन आवश्यक हैं।

माइग्रेन के लिए आहार और पोषण

माइग्रेन के लिए उपयुक्त खाद्य पदार्थ

खूब पानी पीना, ताजे फल और सब्जियाँ खाना माइग्रेन के हमलों को कम कर सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, जिंक और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ भी माइग्रेन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।

बचने योग्य खाद्य पदार्थ

कैफीन, चॉकलेट, और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। शराब और नशीले पदार्थों का सेवन भी माइग्रेन को बढ़ा सकता है।

माइग्रेन और जीवनशैली

तनाव प्रबंधन

तनाव को नियंत्रित करना माइग्रेन के हमलों को कम करने में सहायक हो सकता है। इसमें ध्यान, योग, और नियमित व्यायाम शामिल हैं। मानसिक और भावनात्मक तनाव को कम करने के लिए समय-समय पर विश्राम और मनोरंजन करना भी जरूरी है।

नियमित व्यायाम

नियमित व्यायाम शरीर को फिट रखता है और माइग्रेन के हमलों की संभावना को कम करता है। हल्के व्यायाम, जैसे चलना, तैराकी, या साइकलिंग, माइग्रेन के प्रबंधन में सहायक हो सकते हैं।

जब डॉक्टर से मिलें: महत्वपूर्ण संकेत

यदि आपका सिरदर्द बहुत तीव्र है, या आप अपने दैनिक कामों को करने में असमर्थ हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। अचानक और गंभीर सिरदर्द, दृष्टि में बदलाव, या मानसिक स्थिति में बदलाव भी डॉक्टर से मिलने के संकेत हैं।

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