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उच्च और निम्न रक्तचाप के लक्षण

Hindi
5 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
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रक्तचाप (Blood Pressure) हमारे शरीर में रक्त प्रवाह की ताकत को मापने का एक महत्वपूर्ण पैमाना है। यह दो प्रकार का होता है – उच्च रक्तचाप (Hypertension) और निम्न रक्तचाप (Hypotension)। दोनों ही स्थितियां हमारे शरीर के लिए खतरनाक हो सकती हैं और विभिन्न प्रकार के लक्षणों का संकेत देती हैं। इस लेख में हम विस्तार से उच्च और निम्न रक्तचाप के लक्षणों के बारे में जानेंगे, ताकि आप समय रहते अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें।

उच्च रक्तचाप (Hypertension) के लक्षण

उच्च रक्तचाप का तात्पर्य है कि आपके धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से अधिक है। यह स्थिति लंबी अवधि में हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। हालांकि, कई बार उच्च रक्तचाप के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जो समय-समय पर महसूस हो सकते हैं:

सिरदर्द
उच्च रक्तचाप के शुरुआती लक्षणों में सिरदर्द प्रमुख होता है। यह सिर के पिछले हिस्से में या कभी-कभी पूरे सिर में भारीपन या दर्द के रूप में महसूस होता है। सुबह उठते समय सिरदर्द अधिक हो सकता है क्योंकि रात के समय रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है।

चक्कर आना और थकान
उच्च रक्तचाप से प्रभावित व्यक्ति अक्सर चक्कर आने और थकान महसूस करने की शिकायत करते हैं। इस दौरान आपको ऐसा महसूस हो सकता है जैसे आपका संतुलन बिगड़ रहा हो या आप गिरने वाले हों। शरीर को सामान्य ऊर्जा प्राप्त नहीं हो पाती, जिसके कारण व्यक्ति थकान महसूस करता है।

दृष्टि संबंधी समस्याएं
उच्च रक्तचाप से दृष्टि प्रभावित हो सकती है। व्यक्ति को धुंधला दिखना, आंखों में दबाव या दर्द महसूस होना जैसे लक्षण हो सकते हैं। लंबे समय तक अनियंत्रित उच्च रक्तचाप आंखों की नसों को नुकसान पहुंचा सकता है।

छाती में दर्द
जब रक्तचाप अधिक होता है, तो दिल को अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ता है, जिसके कारण छाती में दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी अंगों की ओर भी फैल सकता है। अगर छाती में दर्द हो रहा हो, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए और तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

अत्यधिक पसीना आना
कुछ मामलों में, उच्च रक्तचाप के कारण व्यक्ति को अत्यधिक पसीना आ सकता है। विशेष रूप से बिना किसी शारीरिक गतिविधि के अचानक से पसीना आना चिंता का विषय हो सकता है।

दिल की धड़कन तेज होना
उच्च रक्तचाप से दिल की धड़कन में अनियमितता आ सकती है, जिससे दिल की धड़कन तेज या अनियमित हो सकती है। यह स्थिति दिल के लिए खतरनाक हो सकती है और इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।

नींद संबंधी समस्याएं
उच्च रक्तचाप से प्रभावित व्यक्ति को नींद में कठिनाई हो सकती है। अनिद्रा या रात में बार-बार उठना, विशेष रूप से सांस लेने में कठिनाई महसूस करना, उच्च रक्तचाप का संकेत हो सकता है।

मूत्र में खून आना
अत्यधिक उच्च रक्तचाप के मामलों में, किडनी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे मूत्र में खून आने की समस्या हो सकती है। यह स्थिति किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है और तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

निम्न रक्तचाप (Hypotension) के लक्षण

निम्न रक्तचाप का मतलब है कि आपके धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से कम है। यह स्थिति अक्सर थकान, चक्कर आना और बेहोशी जैसे लक्षण उत्पन्न कर सकती है। कुछ प्रमुख लक्षण निम्न रक्तचाप के इस प्रकार हो सकते हैं:

चक्कर आना और बेहोशी
निम्न रक्तचाप के सबसे सामान्य लक्षणों में चक्कर आना और बेहोशी शामिल है। रक्तचाप अचानक कम होने पर मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे व्यक्ति को चक्कर या बेहोशी का अनुभव हो सकता है।

धुंधली दृष्टि
निम्न रक्तचाप के कारण आंखों तक रक्त की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, जिससे दृष्टि धुंधली हो जाती है। व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है, और आंखों के सामने धुंधलापन छा सकता है।

थकान और कमजोरी
रक्तचाप कम होने पर शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्राप्त नहीं हो पाती, जिससे व्यक्ति को सामान्य शारीरिक कार्यों में भी अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है। इस दौरान मांसपेशियों में कमजोरी और सुस्ती भी देखी जा सकती है।

सांस लेने में कठिनाई
निम्न रक्तचाप के कारण शरीर के विभिन्न अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। व्यक्ति को सांस लेने में भारीपन महसूस हो सकता है और श्वास की गति धीमी हो सकती है।

ठंडी त्वचा
जब रक्तचाप कम होता है, तो शरीर में रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है, जिससे त्वचा ठंडी और पीली हो जाती है। विशेष रूप से हाथों और पैरों की त्वचा ठंडी हो सकती है।

सांस की धड़कन में अनियमितता
निम्न रक्तचाप से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है। दिल की धड़कन धीमी या बहुत तेज हो सकती है, जो हृदय से संबंधित समस्याओं की ओर संकेत करता है।

सिरदर्द और मानसिक धुंधलापन
निम्न रक्तचाप के कारण मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने से सिरदर्द और मानसिक धुंधलापन हो सकता है। व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है और वह भ्रमित महसूस कर सकता है।

उच्च रक्तचाप के जोखिम और परिणाम

उच्च रक्तचाप की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। अगर इसे समय पर नियंत्रित न किया जाए, तो इसके परिणामस्वरूप कई गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे:

हृदय रोग
उच्च रक्तचाप के कारण हृदय को अधिक परिश्रम करना पड़ता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है और हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ा सकता है।

स्ट्रोक
उच्च रक्तचाप के कारण मस्तिष्क की धमनियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे रक्तस्राव या थक्के बनने का खतरा होता है। यह स्थिति स्ट्रोक का कारण बन सकती है, जो मस्तिष्क की क्षति या मृत्यु तक हो सकता है।

किडनी की समस्याएं
उच्च रक्तचाप से किडनी की नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है। किडनी की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, और किडनी फेलियर की स्थिति भी हो सकती है।

निम्न रक्तचाप के जोखिम और परिणाम

निम्न रक्तचाप, विशेषकर जब यह अचानक और अत्यधिक रूप से घटता है, कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यदि इसे समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं:

सदमा (Shock)
अत्यधिक निम्न रक्तचाप के मामलों में व्यक्ति को सदमा लग सकता है। इस स्थिति में शरीर के अंगों को पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे जीवन-धमकीकारी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

ऑर्गन फेलियर
अगर लंबे समय तक निम्न रक्तचाप की स्थिति बनी रहती है, तो शरीर के महत्वपूर्ण अंगों, जैसे कि हृदय, मस्तिष्क और किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। इससे ऑर्गन फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।

रक्तचाप को नियंत्रित करने के उपाय

रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए उचित जीवनशैली और आहार का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण है। नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और मानसिक तनाव को कम करने के उपाय अपनाने से आप अपने रक्तचाप को सामान्य सीमा में रख सकते हैं। इसके अलावा, नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच कराना और समय पर चिकित्सकीय सलाह लेना भी अत्यंत आवश्यक है।

FAQs

Q.1 – रक्तचाप को नियंत्रित रखने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ फायदेमंद होते हैं?
हरी सब्जियां, फलों, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज और मछली जैसे खाद्य पदार्थ रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं।

Q.2 – क्या उच्च रक्तचाप का इलाज संभव है?
हां, उच्च रक्तचाप का इलाज संभव है। नियमित दवाओं, स्वस्थ जीवनशैली, और सही आहार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Q.3 – क्या निम्न रक्तचाप खतरनाक हो सकता है?
हां, अत्यधिक निम्न रक्तचाप खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इससे शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

Q.4 – क्या उच्च रक्तचाप के लक्षण हमेशा दिखते हैं?
नहीं, कई मामलों में उच्च रक्तचाप के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है। नियमित जांच बेहद जरूरी है।

Q.5 – उच्च रक्तचाप के मुख्य कारण क्या हैं?
अत्यधिक नमक का सेवन, मोटापा, तनाव, और अनियमित जीवनशैली उच्च रक्तचाप के मुख्य कारण हो सकते हैं।

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