उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो समय पर ध्यान न देने पर हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी से जुड़ी जटिलताओं का कारण बन सकती है। डायस्टोलिक रक्तचाप, रक्तचाप का वह माप है जब हृदय विश्राम की स्थिति में होता है। अगर यह लगातार 80 mmHg से अधिक रहता है, तो इसे नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम आपको उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करने के प्राकृतिक, चिकित्सकीय और जीवनशैली से जुड़े उपायों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
डायस्टोलिक रक्तचाप क्या है?
डायस्टोलिक रक्तचाप (Diastolic Blood Pressure) वह दबाव है जो धमनियों में तब उत्पन्न होता है जब हृदय आराम की स्थिति में होता है। रक्तचाप को दो हिस्सों में मापा जाता है:
- सिस्टोलिक दबाव: हृदय के सिकुड़ने के दौरान।
- डायस्टोलिक दबाव: हृदय के विश्राम के दौरान।
यदि डायस्टोलिक रक्तचाप सामान्य स्तर (80 mmHg) से ऊपर जाता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप के लक्षण
- लगातार सिरदर्द
- चक्कर आना
- सांस लेने में कठिनाई
- थकान और कमजोरी
- हृदय की धड़कन तेज होना
यदि ये लक्षण लगातार बने रहें, तो डॉक्टर से संपर्क करना अनिवार्य है।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप के कारण
- असंतुलित आहार: वसा और नमक से भरपूर भोजन।
- तनाव: लंबे समय तक मानसिक तनाव।
- शारीरिक गतिविधि की कमी: व्यायाम न करना।
- धूम्रपान और शराब: इन आदतों से रक्तचाप बढ़ सकता है।
- वजन बढ़ना: मोटापा रक्तचाप को बढ़ाने में सहायक होता है।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करने के उपाय
1. आहार में बदलाव करें
स्वस्थ आहार उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- कम नमक का सेवन करें: प्रतिदिन 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें।
- फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं: पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे केला, पालक और टमाटर शामिल करें।
- प्रोसेस्ड फूड से बचें: जंक फूड और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में नमक और ट्रांस फैट होता है।
- फाइबर युक्त आहार लें: ओट्स, ब्राउन राइस और साबुत अनाज को अपने भोजन में शामिल करें।
2. नियमित व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि न केवल डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करती है बल्कि हृदय को भी स्वस्थ रखती है।
- एरोबिक व्यायाम: 30 मिनट की तेज चलने की आदत डालें।
- योग और ध्यान: तनाव कम करने के लिए योग और प्राणायाम करें।
- वजन प्रबंधन: मोटापा कम करने से रक्तचाप पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. तनाव को नियंत्रित करें
तनाव रक्तचाप को बढ़ाने का एक बड़ा कारण है। इसे कम करने के लिए:
- ध्यान और मेडिटेशन करें।
- गहरी सांस लेने के अभ्यास करें।
- समय पर नींद लें।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
4. हाइड्रेशन बनाए रखें
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना रक्तचाप को सामान्य रखने में मदद करता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें।
5. धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें
धूम्रपान और शराब दोनों ही रक्तचाप को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इन्हें तुरंत छोड़ने का प्रयास करें।
डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करने के प्राकृतिक उपाय
लहसुन का सेवन
लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं। रोजाना खाली पेट एक लहसुन की कली चबाएं।
मेथी दाना
मेथी के दानों को रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
दालचीनी का उपयोग
दालचीनी को दूध या चाय में मिलाकर पिएं। यह रक्तचाप को कम करने में सहायक है।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप के लिए योगासन
- शवासन: शरीर और मन को शांत करने के लिए।
- भुजंगासन: रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।
- प्राणायाम: गहरी सांस लेने से तनाव कम होता है।
- वृक्षासन: संतुलन और शांति बनाए रखता है।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप के लिए घरेलू उपाय
- नींबू पानी: रोजाना सुबह खाली पेट नींबू पानी पीने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
- आंवला जूस: यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और रक्तचाप को कम करता है।
- हिबिस्कस चाय: यह एक प्राकृतिक रक्तचाप कम करने वाला पेय है।
चिकित्सकीय दृष्टिकोण से रक्तचाप का प्रबंधन
यदि प्राकृतिक उपायों से रक्तचाप नियंत्रित नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर निम्नलिखित उपचार कर सकते हैं:
- दवाइयां: एंटीहाइपरटेंसिव दवाओं का सेवन।
- रेगुलर चेकअप: रक्तचाप की नियमित जांच।
- डाइट प्लान: विशेषज्ञ से व्यक्तिगत आहार योजना बनवाएं।
उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप के दीर्घकालिक प्रभाव
- हृदय रोग: उच्च रक्तचाप हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
- किडनी की समस्याएं: लंबे समय तक उच्च रक्तचाप से किडनी डैमेज हो सकती है।
- स्ट्रोक का खतरा: रक्तचाप अधिक होने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है।
FAQs
Q.1 – उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप का सामान्य स्तर क्या है?
सामान्य स्तर 60-80 mmHg के बीच होता है।
Q.2 – क्या व्यायाम से डायस्टोलिक रक्तचाप कम हो सकता है?
हां, नियमित व्यायाम से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
Q.3 – क्या उच्च रक्तचाप के लिए नमक कम करना आवश्यक है?
हां, कम नमक का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है।
Q.4 – क्या घरेलू उपचार प्रभावी हो सकते हैं?
जी हां, लहसुन, दालचीनी और नींबू पानी जैसे उपाय मददगार हो सकते हैं।
Q.5 – क्या उच्च डायस्टोलिक रक्तचाप जानलेवा हो सकता है?
यदि समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।