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क्या एक्यूपंक्चर से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है? जानें विशेषज्ञों की राय

Hindi
4 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर), जिसे आमतौर पर “साइलेंट किलर” कहा जाता है, आज के समय में सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर जैसे गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके उपचार के लिए योग, आहार नियंत्रण, और नियमित व्यायाम के अलावा एक्यूपंक्चर भी एक प्रभावी विकल्प है। एक्यूपंक्चर, एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें शरीर के विभिन्न बिंदुओं पर दबाव डालकर शरीर की ऊर्जा को संतुलित किया जाता है, जिससे रोगों से मुक्ति मिलती है।

एक्यूपंक्चर क्या है?

एक्यूपंक्चर चीनी चिकित्सा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 5000 वर्षों से प्रचलित है। इस पद्धति में शरीर में स्थित प्राकृतिक ऊर्जा को “ची” (Qi) कहा जाता है, और इसे विशेष बिंदुओं के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है। एक्यूपंक्चर के जरिए रक्त संचार में सुधार, मानसिक तनाव में कमी, और शारीरिक संतुलन को पुनर्स्थापित करने में मदद मिलती है, जिससे उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को नियंत्रित करना संभव होता है।

उच्च रक्तचाप के लिए एक्यूपंक्चर कैसे सहायक है?

उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण हृदय और रक्त वाहिकाओं में तनाव और दबाव होता है। एक्यूपंक्चर, शरीर में तनाव को कम करने और रक्तचाप को संतुलित करने में सहायक है। यह न केवल रक्त वाहिकाओं को आराम प्रदान करता है बल्कि शरीर के नर्वस सिस्टम को भी शांत करता है, जिससे उच्च रक्तचाप में कमी आती है।

उच्च रक्तचाप के लिए प्रमुख एक्यूपंक्चर बिंदु

एक्यूपंक्चर बिंदुओं पर नियमित उपचार उच्च रक्तचाप में प्रभावी माना गया है। यहां पर कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए जा रहे हैं जो उच्च रक्तचाप के उपचार में सहायक हो सकते हैं।

हे गू (LI4) – हैंड वैली पॉइंट
यह बिंदु हाथ की तर्जनी और अंगूठे के बीच में स्थित होता है। इस बिंदु पर दबाव डालने से मानसिक तनाव में कमी आती है, जिससे उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।

जु सान ली (ST36) – लेग थ्री माइल्स पॉइंट
घुटने के नीचे स्थित यह बिंदु पाचन क्रिया और रक्त संचार को बढ़ावा देता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

ताई चोंग (LV3) – लिवर 3 पॉइंट
यह बिंदु पैर की पहली और दूसरी उंगली के बीच स्थित होता है और लीवर की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों में यह बिंदु तनाव और गुस्से को कम करने में सहायक होता है।

नेइ गुआन (PC6) – इनर गेट पॉइंट
हाथ की कलाई के अंदरूनी हिस्से में स्थित यह बिंदु हृदय और फेफड़ों के कार्य को सुधारने में सहायक है। इससे हृदय के कामकाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और रक्तचाप को संतुलित करने में मदद मिलती है।

यी फेंग (SJ17) – इयर पॉइंट
यह बिंदु कान के पास स्थित होता है और इसे दबाने से तंत्रिका तंत्र में संतुलन आता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

उच्च रक्तचाप में एक्यूपंक्चर का प्रभावी उपयोग कैसे करें?

एक्यूपंक्चर का उपयोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए। नियमित रूप से इन बिंदुओं पर दबाव डालने से उच्च रक्तचाप में राहत मिल सकती है। एक्यूपंक्चर को उपचार के रूप में अपनाने के लिए चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के लिए उपयुक्त है।

एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर में क्या अंतर है?

एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर दोनों ही विधियों में शरीर के बिंदुओं पर काम किया जाता है, लेकिन इन दोनों में अंतर है।

  • एक्यूप्रेशर: इसमें बिंदुओं पर हल्का दबाव डालकर उपचार किया जाता है, जिसमें सुइयों का उपयोग नहीं किया जाता।
  • एक्यूपंक्चर: इसमें पतली सुइयों का उपयोग करके बिंदुओं पर गहराई से काम किया जाता है, जो ऊर्जा प्रवाह को बेहतर बनाने में सहायक है।
एक्यूपंक्चर के फायदे

एक्यूपंक्चर उच्च रक्तचाप में सहायक होने के साथ-साथ कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है, जैसे:

  • तनाव में कमी: एक्यूपंक्चर तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है।
  • नींद में सुधार: यह अच्छी नींद में सहायक है, जिससे शरीर का संतुलन बना रहता है।
  • दर्द में राहत: यह पीठ दर्द, सिरदर्द, और अन्य दर्दों में राहत दिलाने में सहायक है।

उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए एक्यूपंक्चर एक प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। इसके लिए किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में इन बिंदुओं का नियमित अभ्यास करना आवश्यक है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए एक्यूपंक्चर को जीवनशैली में शामिल करना उपयोगी साबित हो सकता है, खासकर जब इसे उचित आहार, व्यायाम और चिकित्सकीय परामर्श के साथ अपनाया जाता है।

FAQs

Q.1 – उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए कौन-कौन से एक्यूपंक्चर बिंदु सबसे प्रभावी हैं?

उच्च रक्तचाप में प्रमुख एक्यूपंक्चर बिंदुओं में हे गू (LI4), जु सान ली (ST36), ताई चोंग (LV3), नेइ गुआन (PC6), और यी फेंग (SJ17) शामिल हैं। ये बिंदु मानसिक तनाव को कम करने, रक्तचाप को संतुलित करने और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होते हैं।

Q.2 – क्या एक्यूपंक्चर से उच्च रक्तचाप को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है?

एक्यूपंक्चर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है, लेकिन इसे पूरी तरह से ठीक करने के लिए इसे अन्य स्वास्थ्य उपायों जैसे कि आहार, योग, और डॉक्टर द्वारा सुझाए गए उपचारों के साथ मिलाकर उपयोग करना बेहतर होता है।

Q.3 – क्या एक्यूपंक्चर में सुइयों का उपयोग सुरक्षित है?

हां, एक्यूपंक्चर में उपयोग की जाने वाली सुइयां बहुत पतली और सुरक्षित होती हैं। इसे केवल एक प्रशिक्षित और लाइसेंस प्राप्त एक्यूपंक्चर विशेषज्ञ द्वारा ही किया जाना चाहिए। आमतौर पर यह प्रक्रिया सुरक्षित मानी जाती है, और बहुत कम मामलों में हल्की जलन या असुविधा महसूस हो सकती है।

Q.4 – उच्च रक्तचाप के लिए एक्यूपंक्चर कितनी बार करना चाहिए?

यह व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। उच्च रक्तचाप के प्रबंधन के लिए आमतौर पर सप्ताह में एक से दो बार एक्यूपंक्चर सत्र की सलाह दी जाती है, लेकिन यह आवश्यकता के अनुसार कम या ज्यादा भी हो सकता है। एक्यूपंक्चर चिकित्सक आपकी स्थिति का आकलन करके उपयुक्त समय-सारणी बनाएंगे।

Q.5 – एक्यूप्रेशर के मुकाबले एक्यूपंक्चर अधिक प्रभावी क्यों माना जाता है?

एक्यूप्रेशर में हल्के दबाव का उपयोग किया जाता है, जबकि एक्यूपंक्चर में सुइयों के माध्यम से गहरे दबाव से बिंदुओं को उत्तेजित किया जाता है, जिससे ऊर्जा प्रवाह में अधिक प्रभावी सुधार होता है। यह रक्तचाप और अन्य शारीरिक समस्याओं के उपचार में अधिक गहराई से काम करता है।

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