tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Starts at ₹399
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Hindi Blogs
  • Hindi
  • डायबिटीज 2 के लक्षण

डायबिटीज 2 के लक्षण

Hindi
6 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
October 30, 2025
diabetes-2-symptoms-in-hindi

डायबिटीज टाइप 2, जिसे टाइप 2 मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है, एक पुरानी बीमारी है जो दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाता, जिसके कारण रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित हो जाता है।

डायबिटीज 2 क्या है?

डायबिटीज टाइप 2 एक ऐसा मेटाबोलिक डिसऑर्डर है जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती हैं। इंसुलिन एक महत्वपूर्ण हार्मोन है जो रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब शरीर इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाता, तो रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

डायबिटीज 2 के सामान्य लक्षण

डायबिटीज 2 के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं, और कई बार लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। आइए जानते हैं डायबिटीज 2 के कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में:

अत्यधिक प्यास लगना और मूत्र त्याग की मात्रा में वृद्धि

डायबिटीज 2 के सबसे सामान्य लक्षणों में से एक है अत्यधिक प्यास लगना और बार-बार मूत्र त्याग करना। रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ने से किडनी इसे फिल्टर करने की कोशिश करती है, जिसके कारण बार-बार पेशाब लगने लगती है। इससे शरीर में पानी की कमी होती है और प्यास बढ़ जाती है।

थकान और कमजोरी महसूस होना

जब शरीर कोशिकाओं में ऊर्जा के लिए शर्करा का उपयोग नहीं कर पाता, तो व्यक्ति को लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब व्यक्ति के खानपान में अनियमितता हो।

धुंधली दृष्टि

रक्त में शर्करा का उच्च स्तर आंखों की नसों को प्रभावित कर सकता है, जिससे दृष्टि धुंधली हो जाती है। यह समस्या अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह दृष्टिहीनता का कारण भी बन सकती है।

घावों का धीमी गति से भरना

डायबिटीज 2 के कारण शरीर की हीलिंग क्षमता कम हो जाती है, जिससे चोटें या घाव जल्दी नहीं भरते। यह समस्या संक्रमण का खतरा भी बढ़ा सकती है।

त्वचा में संक्रमण और खुजली

डायबिटीज 2 के मरीजों में त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे कि खुजली, सूखी त्वचा, और संक्रमण आम हो सकते हैं। यह लक्षण रक्त में शर्करा के उच्च स्तर के कारण होते हैं, जिससे त्वचा की सुरक्षा कम हो जाती है।

डायबिटीज 2 के अन्य महत्वपूर्ण लक्षण

डायबिटीज 2 के लक्षणों की सूची यहीं समाप्त नहीं होती। कुछ अन्य महत्वपूर्ण लक्षण हैं:

वजन में अचानक बदलाव

डायबिटीज 2 के कारण व्यक्ति का वजन अचानक बढ़ सकता है या घट सकता है। इंसुलिन के सही से काम न करने के कारण शरीर को ऊर्जा प्राप्त करने में कठिनाई होती है, जिससे वजन में अचानक बदलाव हो सकता है।

मसूड़ों में सूजन और खून आना

डायबिटीज 2 का असर मुंह की सेहत पर भी पड़ता है। मसूड़ों में सूजन, खून आना, और संक्रमण आम समस्याएं हो सकती हैं। यह स्थिति डेंटल हाइजीन पर भी प्रभाव डालती है।

पैरों में झुनझुनी और सुन्नता

रक्त में शर्करा के उच्च स्तर का असर नसों पर भी पड़ता है, जिससे हाथों और पैरों में झुनझुनी और सुन्नता महसूस हो सकती है। इस स्थिति को न्यूरोपैथी कहा जाता है और यह डायबिटीज 2 के मरीजों में आम है।

बार-बार संक्रमण होना

डायबिटीज 2 के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे बार-बार संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। यह संक्रमण त्वचा, यूरिनरी ट्रैक्ट, और अन्य अंगों में हो सकता है।

नींद संबंधी समस्याएं

डायबिटीज 2 के मरीजों में नींद संबंधी समस्याएं जैसे कि अनिद्रा, स्लीप एपनिया आदि देखी जा सकती हैं। यह समस्याएं शारीरिक और मानसिक थकान को और बढ़ा सकती हैं।

डायबिटीज 2 के कारण

डायबिटीज 2 के लक्षणों को समझने के लिए इसके कारणों को जानना भी जरूरी है। यह बीमारी कई कारकों के मेल से होती है, जिनमें अनुवांशिक, जीवनशैली, और पर्यावरणीय कारण शामिल हैं।

अनुवांशिक कारण

यदि आपके परिवार में किसी को डायबिटीज 2 है, तो आपके इस बीमारी से ग्रसित होने की संभावना अधिक होती है। अनुवांशिकता इस बीमारी के प्रमुख कारणों में से एक है।

जीवनशैली और खानपान

जीवनशैली और खानपान की गलत आदतें, जैसे कि अत्यधिक कैलोरी युक्त भोजन, शारीरिक सक्रियता की कमी, और मोटापा, डायबिटीज 2 के प्रमुख कारणों में से एक हैं।

उम्र का प्रभाव

उम्र के बढ़ने के साथ डायबिटीज 2 होने की संभावना भी बढ़ जाती है। 45 वर्ष की आयु के बाद लोग इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।

हार्मोनल असंतुलन

हार्मोनल असंतुलन, विशेष रूप से इंसुलिन की कम प्रभावशीलता, डायबिटीज 2 के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जब शरीर इंसुलिन का सही से उपयोग नहीं कर पाता, तो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।

डायबिटीज 2 का निदान

डायबिटीज 2 का निदान करना महत्वपूर्ण है ताकि इसका समय रहते इलाज किया जा सके। इसके लिए कई प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं:

फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट

इस टेस्ट में मरीज को 8 घंटे के उपवास के बाद रक्त शर्करा का स्तर मापा जाता है। यदि यह स्तर 126 mg/dL या उससे अधिक है, तो इसे डायबिटीज 2 का संकेत माना जाता है।

ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (OGTT)

इस टेस्ट में मरीज को शर्करा युक्त पेय पदार्थ पिलाया जाता है और फिर 2 घंटे बाद रक्त शर्करा का स्तर मापा जाता है। अगर यह स्तर 200 mg/dL या उससे अधिक होता है, तो यह डायबिटीज 2 का संकेत हो सकता है।

हेमोग्लोबिन A1c टेस्ट

यह टेस्ट पिछले 2-3 महीनों के दौरान रक्त में शर्करा के औसत स्तर को मापता है। 6.5% या इससे अधिक का परिणाम डायबिटीज 2 की पुष्टि कर सकता है।

डायबिटीज 2 का प्रबंधन

डायबिटीज 2 के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव और दवाओं का उपयोग आवश्यक होता है।

स्वस्थ खानपान

डायबिटीज 2 के मरीजों को अपने आहार में उच्च फाइबर, कम कैलोरी, और कम शर्करा वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। यह आहार रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

नियमित व्यायाम

नियमित व्यायाम शरीर को शर्करा का उपयोग करने में मदद करता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। यह वजन को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है।

दवाइयों का सेवन

डायबिटीज 2 के मरीजों को इंसुलिन या अन्य दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है। यह दवाएं शरीर को इंसुलिन का सही उपयोग करने में मदद करती हैं और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान

डायबिटीज 2 का प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। तनाव, चिंता, और अवसाद को नियंत्रित करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है।

डायबिटीज 2 और संभावित जटिलताएं

डायबिटीज 2 का समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।

हृदय रोग

डायबिटीज 2 का प्रभाव हृदय पर भी पड़ता है। यह बीमारी हृदय रोग, स्ट्रोक, और उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ा सकती है।

किडनी की समस्याएं

डायबिटीज 2 के मरीजों में किडनी रोग का खतरा अधिक होता है। यह बीमारी किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है, जिससे डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता हो सकती है।

न्यूरोपैथी

डायबिटीज 2 के कारण नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे हाथों और पैरों में झुनझुनी, सुन्नता, और दर्द की समस्या हो सकती है। यह स्थिति विशेष रूप से पैरों में गंभीर हो सकती है।

रेटिनोपैथी

रक्त शर्करा के उच्च स्तर का असर आंखों की नसों पर भी पड़ता है, जिससे रेटिनोपैथी नामक स्थिति विकसित हो सकती है। यह समस्या दृष्टिहीनता का कारण बन सकती है।

डायबिटीज 2 से बचाव के उपाय

डायबिटीज 2 से बचाव के लिए जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा सकते हैं:

स्वस्थ आहार

स्वस्थ आहार डायबिटीज 2 से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

नियमित शारीरिक गतिविधि

नियमित शारीरिक गतिविधि जैसे कि व्यायाम, योग, और पैदल चलना शरीर के शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और डायबिटीज 2 से बचाव करता है।

वजन नियंत्रण

मोटापा डायबिटीज 2 का एक प्रमुख कारण है। स्वस्थ आहार और व्यायाम के माध्यम से वजन को नियंत्रित रखना इस बीमारी से बचाव में सहायक हो सकता है।

तनाव प्रबंधन

तनाव डायबिटीज 2 के जोखिम को बढ़ा सकता है। तनाव को नियंत्रित करने के लिए ध्यान, योग, और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीकों का सहारा लेना चाहिए।

डायबिटीज 2 का उपचार

डायबिटीज 2 का उपचार व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार किया जाता है। इसमें जीवनशैली में बदलाव, दवाइयां, और नियमित चिकित्सा निगरानी शामिल होती है।

बदलाव जीवनशैली में

स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से डायबिटीज 2 के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसमें आहार में सुधार, व्यायाम, और तनाव प्रबंधन शामिल हैं।

दवाओं का सेवन

डायबिटीज 2 के लिए कई प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं जो इंसुलिन की प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयों का सेवन करना चाहिए।

नियमित चिकित्सा जांच

डायबिटीज 2 के मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और उनकी स्थिति की जांच करानी चाहिए। यह जटिलताओं से बचाव में मदद करता है।

डायबिटीज 2 एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे सही प्रबंधन के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लक्षणों को समझकर और जीवनशैली में आवश्यक बदलाव करके हम इस बीमारी से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। हमेशा याद रखें कि समय पर निदान और उपचार से डायबिटीज 2 के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसलिए, अगर आपको डायबिटीज 2 के कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और सही दिशा में कदम बढ़ाएं।

FAQs

Q.1 – डायबिटीज 2 के मुख्य लक्षण क्या हैं?
डायबिटीज 2 के मुख्य लक्षणों में अत्यधिक प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान, धुंधली दृष्टि, और घावों का धीमी गति से भरना शामिल हैं।

Q.2 – डायबिटीज 2 का निदान कैसे किया जाता है?
डायबिटीज 2 का निदान फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट, ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (OGTT), और हेमोग्लोबिन A1c टेस्ट के माध्यम से किया जाता है।

Q.3 – डायबिटीज 2 से बचने के लिए क्या किया जा सकता है?
डायबिटीज 2 से बचने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण, और तनाव प्रबंधन महत्वपूर्ण हैं।

Q.4 – क्या डायबिटीज 2 का इलाज संभव है?
डायबिटीज 2 का पूर्ण इलाज संभव नहीं है, लेकिन इसे सही जीवनशैली और दवाइयों के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।

Q.5 – क्या डायबिटीज 2 के कारण हृदय रोग हो सकता है?
हां, डायबिटीज 2 के कारण हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। यह बीमारी उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है।

Tags

Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search

Get the Taphealth app now!

More blogs

Aksh
Written by
Aksh
Isha Yadav
Reviewed by:
Isha Yadav
Posted on
October 30, 2025

Managing Diabetes-Related Headaches: Effective Self-Care Strategies

Table of Contents Conquer Diabetes Headaches: Your Self-Care Guide Understanding Diabetes-Related Headaches: Types & Triggers Effective Home Remedies for Diabetes Headaches Preventative Strategies: Managing Diabetes & Headaches When to See a Doctor: Severe Diabetes Headaches Frequently Asked Questions References Dealing with diabetes can be challenging enough, but adding the persistent pain of headaches into the […]

Diabetes
8 min read
diabetes-2-symptoms-in-hindi
Afif
Written by
Afif
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
October 30, 2025

Conquering Belly Fat: A Woman’s Guide to Diabetes Prevention

Table of Contents Understanding Belly Fat and Diabetes Risk in Women Nutrition Strategies: Fueling Your Body for Diabetes Prevention Exercise and Weight Management: A Woman’s Guide Simple Lifestyle Changes for Effective Diabetes Prevention Conquering Belly Fat: Your Personalized Action Plan Frequently Asked Questions References Are you a woman concerned about belly fat and its link […]

Diabetes
8 min read
diabetes-2-symptoms-in-hindi
Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
October 30, 2025

Lowering Your Sodium Intake: A Diabetes-Friendly Guide

Table of Contents Reduce Sodium, Manage Diabetes: A Practical Guide Lowering Sodium for Better Blood Sugar Control Diabetes & Sodium: What You Need to Know Easy Ways to Cut Sodium in Your Diabetic Diet Top Tips for a Low-Sodium Diabetes Meal Plan Frequently Asked Questions References Managing diabetes often feels like navigating a complex maze, […]

Diabetes
8 min read
diabetes-2-symptoms-in-hindi

Subscribe to our mailing list & never miss an update

Smart Diabetes Care

AI-driven, fully personalized, and constantly
adapting to your needs in real time.

tap health
tap.health logo
copyright © 2025
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions