मधुमेह, जिसे आमतौर पर डायबिटीज के नाम से जाना जाता है, न केवल रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित करता है बल्कि आंखों की सेहत पर भी गंभीर असर डाल सकता है। यदि समय पर इसका ध्यान न दिया जाए, तो यह कई प्रकार की दृष्टि समस्याओं को जन्म दे सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि मधुमेह आंखों को कैसे प्रभावित करता है, इससे बचाव के उपाय क्या हैं और स्वस्थ आंखों को बनाए रखने के लिए किन आदतों को अपनाना चाहिए।
मधुमेह से आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव
मधुमेह से आंखों को होने वाले नुकसान को “डायबिटिक आई डिजीज” कहा जाता है। इसमें कई समस्याएं शामिल हो सकती हैं, जैसे डायबिटिक रेटिनोपैथी, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा।
डायबिटिक रेटिनोपैथी
यह स्थिति तब होती है जब उच्च रक्त शर्करा की वजह से रेटिना में रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। रेटिना वह परत है जो आंखों के पीछे स्थित होती है और दृष्टि के लिए आवश्यक होती है।
- प्रारंभिक लक्षण: दृष्टि धुंधली होना, आंखों के सामने धब्बे आना।
- उन्नत चरण: रक्त वाहिकाएं फटने लगती हैं जिससे आंखों में रक्तस्राव हो सकता है।
मोतियाबिंद (Cataract)
मधुमेह वाले लोगों में सामान्य से अधिक जल्दी मोतियाबिंद हो सकता है। इस स्थिति में आंख का लेंस धुंधला हो जाता है और स्पष्ट रूप से देखना मुश्किल हो जाता है।
ग्लूकोमा (Glaucoma)
ग्लूकोमा में आंखों का दबाव बढ़ जाता है, जिससे ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंच सकता है। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह स्थायी दृष्टि हानि का कारण बन सकता है।
मधुमेह और आंखों की देखभाल के लिए आवश्यक कदम
नियमित नेत्र परीक्षण कराएं
मधुमेह से पीड़ित लोगों को हर साल कम से कम एक बार नेत्र परीक्षण कराना चाहिए। इससे शुरुआती लक्षणों को पहचानने और समय पर इलाज शुरू करने में मदद मिलती है।
रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखें
अपनी रक्त शर्करा को नियंत्रित रखना आंखों की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं लेने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण रखें
उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल मधुमेह के साथ मिलकर आंखों की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इन पर नियंत्रण रखना दृष्टि को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है।
धूम्रपान से बचें
धूम्रपान न केवल हृदय और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि आंखों के लिए भी हानिकारक है। यह रेटिना को क्षति पहुंचा सकता है और ग्लूकोमा के खतरे को बढ़ा सकता है।
मधुमेह के मरीजों के लिए पोषण के सुझाव
आंखों की सेहत के लिए आवश्यक पोषक तत्व
आंखों की सुरक्षा के लिए कुछ विशेष पोषक तत्व आवश्यक होते हैं, जैसे विटामिन ए, सी, ई, और जिंक।
- विटामिन ए: गाजर, मीठे आलू और पालक में पाया जाता है।
- विटामिन सी: संतरा, नींबू और स्ट्रॉबेरी में प्रचुर मात्रा में होता है।
- विटामिन ई: बादाम, सूरजमुखी के बीज और एवोकाडो में पाया जाता है।
- जिंक: दालें, नट्स और मछली में पाया जाता है।
संतुलित आहार का पालन करें
संतुलित आहार मधुमेह को नियंत्रित रखने और आंखों की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा का उचित संतुलन जरूरी है।
मधुमेह के कारण दृष्टि हानि से बचाव के उपाय
नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लें
किसी भी नई दृष्टि समस्या के लक्षण महसूस होने पर तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें। समय पर उपचार दृष्टि को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
नेत्र व्यायाम करें
आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए नियमित रूप से नेत्र व्यायाम करें। इससे आंखों में रक्त संचार बढ़ता है और थकान कम होती है।
आंखों को आराम दें
लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने के बाद आंखों को आराम देना महत्वपूर्ण है। हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए किसी दूर की वस्तु को देखें।
मधुमेह और आंखों की सेहत के बीच गहरा संबंध है। हालांकि, सही देखभाल, नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर मधुमेह के कारण होने वाली दृष्टि हानि से बचा जा सकता है। अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें और समय पर उचित कदम उठाएं।
FAQs
Q.1 – क्या मधुमेह के कारण दृष्टि हानि को रोका जा सकता है?
हां, रक्त शर्करा, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखकर और नियमित नेत्र परीक्षण कराकर दृष्टि हानि को रोका जा सकता है।
Q.2 – क्या मधुमेह से पीड़ित लोगों को हर साल आंखों की जांच करानी चाहिए?
हां, मधुमेह से पीड़ित लोगों को हर साल आंखों की पूरी जांच करानी चाहिए।
Q.3 – क्या डायबिटिक रेटिनोपैथी का इलाज संभव है?
हां, डायबिटिक रेटिनोपैथी का इलाज संभव है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि इसका निदान कितनी जल्दी हुआ है।
Q.4 – क्या आहार से आंखों की सेहत को सुधार सकते हैं?
हां, सही पोषण से आंखों की सेहत में सुधार होता है। विटामिन ए, सी, ई और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ आंखों को स्वस्थ रखते हैं।
Q.5 – क्या मधुमेह वाले लोगों को विशेष धूप के चश्मे पहनने चाहिए?
हां, मधुमेह वाले लोगों को यूवी किरणों से बचने के लिए अच्छे गुणवत्ता वाले धूप के चश्मे पहनने चाहिए।