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डायबिटिक फुट अल्सर: पहचान, प्रबंधन और रोकथाम 

Hindi
5 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
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डायबिटिक फुट अल्सर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो डायबिटीज के मरीजों में अक्सर देखी जाती है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब पैरों में घाव या छाले ठीक नहीं होते और यह संक्रमण का कारण बन सकते हैं। हम डायबिटिक फुट अल्सर की पहचान, प्रबंधन और रोकथाम के बारे में विस्तार से जानेंगे।

डायबिटिक फुट अल्सर क्या है?

डायबिटिक फुट अल्सर एक ओपन घाव या छाला है जो पैरों में बनता है और जो डायबिटीज के कारण होने वाले रक्त प्रवाह की समस्याओं के कारण ठीक नहीं होता। डायबिटीज के कारण नर्व डैमेज और खराब ब्लड सर्कुलेशन होता है, जो इन घावों को ठीक होने में बाधा डालता है। यदि सही समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह संक्रमण का कारण बन सकता है और गंभीर मामलों में अम्प्यूटेशन (अंग को काटना) की भी जरूरत पड़ सकती है।

डायबिटिक फुट अल्सर के कारण

डायबिटिक फुट अल्सर कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • नर्व डैमेज (न्यूरोपैथी): डायबिटीज के कारण पैरों की नसें प्रभावित हो सकती हैं, जिससे पैर की संवेदनशीलता कम हो जाती है और चोट या घाव का पता नहीं चलता।
  • खराब रक्त संचार: डायबिटीज के कारण पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे घाव ठीक नहीं होते।
  • पैरों का खराब स्वास्थ्य: नाखूनों का ठीक से ना काटना, तंग जूते पहनना, और पैरों की सही देखभाल न करना भी अल्सर का कारण बन सकता है।

डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षण

डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षण धीरे-धीरे प्रकट होते हैं और इनमें शामिल हो सकते हैं:

  • पैरों में दर्द या जलन
  • पैरों में सूजन या लालिमा
  • घाव या छाले जो ठीक नहीं हो रहे
  • पैरों में दुर्गंध
  • पैर की त्वचा का रंग बदलना

डायबिटिक फुट अल्सर का निदान

डायबिटिक फुट अल्सर का निदान करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:

  • फिजिकल एग्जामिनेशन: डॉक्टर आपके पैरों का निरीक्षण करेंगे और घावों का मूल्यांकन करेंगे।
  • डॉपलर स्टडी: यह परीक्षण पैरों में रक्त प्रवाह का मूल्यांकन करने में मदद करता है।
  • बैक्टीरियल कल्चर: घाव से सैंपल लेकर यह पता लगाया जा सकता है कि संक्रमण है या नहीं।

डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज

डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है:

  • दवाएं: एंटीबायोटिक्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं संक्रमण और सूजन को कम करने में मदद करती हैं।
  • ड्रेसिंग: घाव को साफ और सूखा रखने के लिए विशेष ड्रेसिंग का उपयोग किया जाता है।
  • डिब्राइडमेंट: घाव के आसपास की मृत त्वचा और टिश्यू को हटाने की प्रक्रिया।
  • अमृतोपचार: यदि संक्रमण बहुत अधिक फैल गया है और इलाज के अन्य तरीके विफल हो गए हैं, तो अम्प्यूटेशन की जरूरत पड़ सकती है।

डायबिटिक फुट अल्सर की रोकथाम

डायबिटिक फुट अल्सर की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • पैरों की नियमित जांच: प्रतिदिन अपने पैरों की जांच करें और किसी भी चोट, घाव या छाले का तुरंत इलाज करें।
  • सही जूते पहनें: आरामदायक और सही फिटिंग वाले जूते पहनें जो पैरों को समर्थन दें।
  • नाखूनों की सही देखभाल: नाखूनों को सही तरीके से काटें और पैरों की सफाई का ध्यान रखें।
  • ब्लड शुगर का नियंत्रण: अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखें ताकि नर्व डैमेज और खराब ब्लड सर्कुलेशन की समस्या न हो।
  • डॉक्टर से नियमित चेक-अप: नियमित रूप से डॉक्टर से मिलें और पैरों की जांच करवाएं।

डायबिटिक फुट अल्सर: प्रबंधन के टिप्स

डायबिटिक फुट अल्सर का सही प्रबंधन बेहद जरूरी है ताकि संक्रमण को रोका जा सके और घाव जल्दी ठीक हो सके। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स निम्नलिखित हैं:

  • घाव को साफ और सूखा रखें: घाव को रोजाना साफ करें और डॉक्टर द्वारा दिए गए ड्रेसिंग का इस्तेमाल करें।
  • दवाओं का नियमित सेवन: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का नियमित सेवन करें।
  • फिजिकल एक्टिविटी: हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी करें जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सके।
  • स्वस्थ आहार: संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें जिससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत हो सके।
  • मनोबल बनाए रखें: मानसिक रूप से सकारात्मक रहें और खुद पर भरोसा रखें।

डायबिटिक फुट अल्सर के साथ जीवन जीना

डायबिटिक फुट अल्सर के साथ जीवन जीना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और प्रबंधन से आप इस समस्या को काबू में रख सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:

  • पेशेवर मदद लें: अपने डॉक्टर और पैर के विशेषज्ञ की सलाह का पालन करें।
  • समर्थन समूह में शामिल हों: अन्य डायबिटिक मरीजों के साथ अपनी समस्याएं साझा करें और उनका अनुभव जानें।
  • स्वास्थ्य बीमा: अगर आपके पास स्वास्थ्य बीमा है तो इसका लाभ उठाएं और नियमित चेक-अप करवाएं।

डायबिटिक फुट अल्सर और योग

योग एक प्रभावी तरीका है जो डायबिटिक फुट अल्सर के प्रबंधन में मदद कर सकता है। योग से न सिर्फ आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, बल्कि यह मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है। कुछ प्रभावी योगासन निम्नलिखित हैं:

  • पवनमुक्तासन: यह आसन पेट की गैस को निकालने में मदद करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
  • त्रिकोणासन: यह आसन पैरों की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
  • वृक्षासन: यह आसन आपके संतुलन और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है।

डायबिटिक फुट अल्सर और आयुर्वेद

आयुर्वेद में भी डायबिटिक फुट अल्सर के लिए कई उपचार हैं जो संक्रमण को कम करने और घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक उपाय निम्नलिखित हैं:

  • नीम का तेल: नीम का तेल एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है और घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है।
  • हल्दी का पेस्ट: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो संक्रमण को कम करते हैं।
  • आंवला: आंवला का सेवन इम्यूनिटी को बढ़ाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।

डायबिटिक फुट अल्सर के मिथक और सच्चाई

डायबिटिक फुट अल्सर के बारे में कई मिथक प्रचलित हैं जिनका सच जानना जरूरी है:

  • मिथक: डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज नहीं हो सकता।
    सच्चाई: सही प्रबंधन और इलाज से डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज संभव है।
  • मिथक: केवल वृद्ध लोगों को डायबिटिक फुट अल्सर होता है।
    सच्चाई: यह किसी भी उम्र के डायबिटिक मरीज को हो सकता है।
  • मिथक: डायबिटिक फुट अल्सर केवल गंभीर डायबिटीज के मामलों में होता है।
    सच्चाई: यह मध्यम डायबिटीज के मरीजों में भी हो सकता है।

डायबिटिक फुट अल्सर और पोषण

सही पोषण डायबिटिक फुट अल्सर के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आपके आहार में शामिल होना चाहिए:

  • प्रोटीन: घावों को जल्दी ठीक करने के लिए प्रोटीन युक्त आहार जैसे अंडे, मछली, और दालें खाएं।
  • विटामिन सी: यह आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करता है और घावों को जल्दी ठीक करता है। संतरे, नींबू, और आंवला का सेवन करें।
  • जिंक: जिंक युक्त आहार जैसे नट्स, बीज, और साबुत अनाज आपके शरीर को मजबूत बनाते हैं।
डायबिटिक फुट अल्सर के लिए होम रेमेडीज

डायबिटिक फुट अल्सर के लिए कुछ प्रभावी होम रेमेडीज निम्नलिखित हैं:

  • नारियल तेल: नारियल तेल एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है और घावों को जल्दी ठीक करता है।
  • एलोवेरा जेल: एलोवेरा जेल त्वचा की जलन को कम करता है और घावों को ठीक करता है।
  • शहद: शहद एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है और घावों को ठीक करता है।

डायबिटिक फुट अल्सर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन सही देखभाल, प्रबंधन, और रोकथाम के उपायों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित रूप से अपने पैरों की जांच करें, सही जूते पहनें, और अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें। इसके अलावा, पेशेवर मदद लें और सकारात्मक मानसिकता बनाए रखें। 

FAQs

Q.1 – डायबिटिक फुट अल्सर के प्रमुख कारण क्या हैं? 

डायबिटिक फुट अल्सर के प्रमुख कारणों में नर्व डैमेज, खराब ब्लड सर्कुलेशन, और पैरों की सही देखभाल न करना शामिल हैं।

Q.2 – डायबिटिक फुट अल्सर का निदान कैसे किया जाता है? 

डायबिटिक फुट अल्सर का निदान फिजिकल एग्जामिनेशन, डॉपलर स्टडी, और बैक्टीरियल कल्चर द्वारा किया जाता है।

Q.3 – डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज कैसे किया जा सकता है? 

डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज दवाएं, ड्रेसिंग, डिब्राइडमेंट, और गंभीर मामलों में अम्प्यूटेशन द्वारा किया जा सकता है।

Q.4 – डायबिटिक फुट अल्सर की रोकथाम कैसे की जा सकती है? 

डायबिटिक फुट अल्सर की रोकथाम के लिए पैरों की नियमित जांच, सही जूते पहनना, नाखूनों की सही देखभाल, और ब्लड शुगर का नियंत्रण करना आवश्यक है।

Q.5 – क्या योग डायबिटिक फुट अल्सर के प्रबंधन में मदद कर सकता है? 

हां, योग ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और मानसिक शांति प्रदान करता है, जिससे डायबिटिक फुट अल्सर का प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा सकता है।

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