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उच्च रक्तचाप का आईसीडी 10 कोड

Hindi
5 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
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उच्च रक्तचाप, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, आज के समय में एक बहुत ही सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। इसे “साइलेंट किलर” के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसके लक्षण अक्सर लोगों को नज़र नहीं आते, लेकिन यह हृदय रोग, स्ट्रोक और गुर्दे की समस्याओं जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है। इसके इलाज और निदान के लिए, चिकित्सा विशेषज्ञ विभिन्न मानकों और कोड्स का उपयोग करते हैं, जिनमें आईसीडी 10 कोड (ICD 10 Code) सबसे प्रमुख है।

उच्च रक्तचाप आईसीडी 10 क्या है?

आईसीडी 10, “इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिजीज, 10th रिविज़न” का संक्षिप्त रूप है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विकसित एक प्रणाली है जिसका उपयोग विभिन्न बीमारियों और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को कोडिफाई करने के लिए किया जाता है। उच्च रक्तचाप का आईसीडी 10 कोड “I10” है, जो कि हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) के लिए निर्दिष्ट कोड है। इस कोड का उपयोग चिकित्सा दस्तावेज़ों में किया जाता है ताकि उच्च रक्तचाप से संबंधित रोगियों का सही-सही निदान और इलाज किया जा सके।

उच्च रक्तचाप के प्रकार और उनके आईसीडी 10 कोड्स

  1. प्राथमिक उच्च रक्तचाप (I10): यह उच्च रक्तचाप का सबसे आम रूप है और इसे एसेंशियल हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। यह तब होता है जब रक्तचाप बढ़ने का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता।
  2. द्वितीयक उच्च रक्तचाप (I15): इस प्रकार का हाइपरटेंशन तब होता है जब किसी अन्य स्वास्थ्य स्थिति जैसे कि गुर्दे की बीमारी या हार्मोनल असंतुलन के कारण रक्तचाप बढ़ता है। इसका आईसीडी 10 कोड “I15” होता है।
  3. गर्भावस्था से संबंधित उच्च रक्तचाप (O13, O14, O15): गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं में उच्च रक्तचाप विकसित हो सकता है। इसे प्रेग्नेंसी-इंड्यूस्ड हाइपरटेंशन या प्री-एक्लेम्पसिया भी कहा जाता है। इसके लिए आईसीडी 10 में अलग-अलग कोड हैं, जैसे O13 गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप, O14 प्री-एक्लेम्पसिया, और O15 एक्लेम्पसिया।

उच्च रक्तचाप के सामान्य लक्षण

हालांकि उच्च रक्तचाप को ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण अक्सर दिखाई नहीं देते, फिर भी कुछ सामान्य संकेत हो सकते हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक है:

  • सिरदर्द: लगातार सिरदर्द उच्च रक्तचाप का एक प्रमुख लक्षण हो सकता है।
  • चक्कर आना: रक्तचाप अधिक होने पर मस्तिष्क तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुँचती, जिससे चक्कर आ सकते हैं।
  • धुंधली दृष्टि: आँखों में दबाव बढ़ने से दृष्टि कमजोर हो सकती है।
  • सांस की तकलीफ: हृदय पर बढ़ते दबाव के कारण सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
  • छाती में दर्द: उच्च रक्तचाप के कारण दिल पर दबाव बढ़ने से छाती में दर्द महसूस हो सकता है।

उच्च रक्तचाप के कारण

उच्च रक्तचाप के विभिन्न कारण हो सकते हैं। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • आनुवांशिकता: यदि परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप है, तो आपकी भी इसकी संभावना बढ़ जाती है।
  • असंतुलित आहार: अत्यधिक नमक का सेवन, वसा युक्त खाद्य पदार्थ और कम फल-सब्जियों का सेवन उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।
  • शारीरिक निष्क्रियता: नियमित व्यायाम न करने से मोटापा और उच्च रक्तचाप की संभावना बढ़ जाती है।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं।
  • मानसिक तनाव: लंबे समय तक तनावग्रस्त रहना भी उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।

उच्च रक्तचाप का निदान कैसे किया जाता है?

उच्च रक्तचाप के निदान के लिए सबसे सामान्य तरीका रक्तचाप मापना है। रक्तचाप को मापने के लिए दो संख्याओं का उपयोग किया जाता है:

  • सिस्टोलिक रक्तचाप: यह संख्या हृदय के धड़कने के दौरान धमनियों में रक्त का दबाव बताती है।
  • डायस्टोलिक रक्तचाप: यह संख्या तब मापी जाती है जब हृदय धड़कने के बीच आराम की स्थिति में होता है।

यदि आपका रक्तचाप 140/90 mmHg या इससे अधिक है, तो इसे उच्च रक्तचाप माना जाता है। इस स्थिति में, डॉक्टर आपके अन्य स्वास्थ्य आंकड़ों के आधार पर उचित उपचार की सलाह देते हैं।

उच्च रक्तचाप के लिए उपचार विकल्प

उच्च रक्तचाप का उपचार करने के लिए जीवनशैली में बदलाव और दवाओं का संयोजन किया जा सकता है। कुछ प्रमुख उपचार विकल्प निम्नलिखित हैं:

  • जीवनशैली में बदलाव: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और शराब से परहेज, और तनाव प्रबंधन उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
  • दवाइयां: उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए कई प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं, जैसे कि एसीई इनहिबिटर्स, बीटा-ब्लॉकर्स, और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स। डॉक्टर आपकी स्थिति के आधार पर उचित दवा का चयन करते हैं।
  • नियमित जांच: उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए नियमित जांच बहुत महत्वपूर्ण होती है ताकि समय-समय पर रक्तचाप के स्तर को मॉनिटर किया जा सके और दवाओं की खुराक को समायोजित किया जा सके।

आईसीडी 10 कोड्स और चिकित्सा प्रबंधन

चिकित्सा क्षेत्र में आईसीडी 10 कोड्स का उपयोग न केवल निदान के लिए, बल्कि चिकित्सा बीमा दावों, शोध और सांख्यिकी के लिए भी किया जाता है। आईसीडी 10 कोड्स के माध्यम से, उच्च रक्तचाप से संबंधित मामलों को सही ढंग से ट्रैक किया जा सकता है, और रोगियों को बेहतर चिकित्सा देखभाल प्रदान की जा सकती है। यह कोड्स चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं क्योंकि यह रोगों के मानकीकरण और प्रबंधन में मदद करते हैं।

उच्च रक्तचाप के दीर्घकालिक प्रभाव

उच्च रक्तचाप यदि लंबे समय तक अनियंत्रित रहता है, तो यह शरीर के विभिन्न अंगों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। कुछ दीर्घकालिक प्रभाव निम्नलिखित हैं:

  • हृदय रोग: उच्च रक्तचाप से हृदय की धमनियों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
  • स्ट्रोक: उच्च रक्तचाप से मस्तिष्क की धमनियों में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा होता है।
  • गुर्दे की विफलता: उच्च रक्तचाप के कारण गुर्दे की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।
  • दृष्टि हानि: रक्तचाप अधिक होने पर आँखों की छोटी धमनियों को नुकसान पहुँच सकता है, जिससे दृष्टि हानि हो सकती है।
उच्च रक्तचाप का आईसीडी 10 कोड्स के माध्यम से बेहतर प्रबंधन

आईसीडी 10 कोड्स के माध्यम से उच्च रक्तचाप को सही तरीके से समझा और प्रबंधित किया जा सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के लिए यह कोड्स रोगियों के इलाज, चिकित्सा रिकॉर्ड्स को बनाए रखने और स्वास्थ्य समस्याओं को सही तरीके से ट्रैक करने में बहुत सहायक होते हैं। उच्च रक्तचाप का सही समय पर निदान और उपचार, इस गंभीर समस्या से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।

उच्च रक्तचाप एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। सही समय पर निदान, उचित जीवनशैली में बदलाव और दवाओं के उपयोग से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। आईसीडी 10 कोड्स की मदद से चिकित्सक और चिकित्सा संस्थान इसे सही ढंग से पहचान और प्रबंधित कर सकते हैं, जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं। इस लेख के माध्यम से हमने उच्च रक्तचाप और इसके आईसीडी 10 कोड के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की है, ताकि आप इस समस्या के बारे में अधिक जागरूक हो सकें और समय पर उचित कदम उठा सकें।

FAQs

Q.1 – उच्च रक्तचाप के लक्षण क्या हैं?
सिरदर्द, चक्कर आना, सांस की कमी, और धुंधली दृष्टि इसके सामान्य लक्षण हैं।

Q.2 – आईसीडी 10 कोड क्या है और यह चिकित्सा में कैसे उपयोग होता है?
आईसीडी 10 कोड “I10” उच्च रक्तचाप का निदान और उपचार मानकीकरण के लिए उपयोग होता है।

Q.3 – उच्च रक्तचाप का निदान कैसे किया जाता है?
उच्च रक्तचाप का निदान रक्तचाप मापने से किया जाता है (140/90 mmHg से अधिक)।

Q.4 – उच्च रक्तचाप के लिए कौन से उपचार उपलब्ध हैं?
उपचार में जीवनशैली में बदलाव और दवाइयां शामिल हैं।

Q.5 – क्या उच्च रक्तचाप दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है?
हां, यह हृदय रोग, स्ट्रोक, और गुर्दे की समस्याओं का कारण बन सकता है।

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