tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Starts at ₹399
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Hindi Blogs
  • Hindi
  • उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के लक्षण: जानें और सावधान रहें

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के लक्षण: जानें और सावधान रहें

Hindi
6 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
November 21, 2025
high-blood-pressure-ke-lakshan

उच्च रक्तचाप, जिसे हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है, एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो आजकल बहुत ही सामान्य हो गई है। यह स्थिति तब होती है जब हमारी धमनियों में रक्त का दबाव लगातार बढ़ा रहता है। उच्च रक्तचाप को अक्सर ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण सामान्यतया स्पष्ट नहीं होते और यह बिना किसी विशेष संकेत के वर्षों तक रह सकता है। 

उच्च रक्तचाप क्या है?

उच्च रक्तचाप, या हाई ब्लड प्रेशर, वह स्थिति है जिसमें रक्त का दबाव धमनियों की दीवारों पर सामान्य से अधिक हो जाता है। रक्तचाप की माप दो संख्याओं से की जाती है: सिस्टोलिक (उच्च संख्या) और डायस्टोलिक (निम्न संख्या)। सामान्य रक्तचाप 120/80 मिमी एचजी होता है। जब रक्तचाप 140/90 मिमी एचजी या उससे अधिक हो जाता है, तब इसे उच्च रक्तचाप माना जाता है।

उच्च रक्तचाप के सामान्य लक्षण

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण अक्सर अस्पष्ट होते हैं और कई बार व्यक्ति को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

सिरदर्द:
तेज सिरदर्द उच्च रक्तचाप का एक आम लक्षण है, खासकर सुबह के समय। यह सिर के पिछले हिस्से में भारीपन के रूप में महसूस हो सकता है।

चक्कर आना और बेहोशी:
उच्च रक्तचाप के कारण मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे चक्कर आना और बेहोशी महसूस हो सकती है।

सीने में दर्द:
यह लक्षण उच्च रक्तचाप के कारण हृदय पर अधिक दबाव पड़ने से होता है। सीने में दबाव या दर्द महसूस होना हृदय रोग के संकेत भी हो सकते हैं।

थकान और कमजोरी:
उच्च रक्तचाप से हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे व्यक्ति को सामान्य से अधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है।

सांस लेने में कठिनाई:
उच्च रक्तचाप के कारण फेफड़ों पर दबाव बढ़ता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। यह स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है जब व्यक्ति शारीरिक गतिविधि करता है।

अनियमित दिल की धड़कन:
हाई ब्लड प्रेशर का एक अन्य लक्षण अनियमित दिल की धड़कन है, जिसे अतालता भी कहा जाता है। यह हृदय की असामान्य विद्युत गतिविधि के कारण होता है।

नाक से खून बहना:
हालांकि यह लक्षण कम ही देखा जाता है, लेकिन अचानक नाक से खून आना भी उच्च रक्तचाप का संकेत हो सकता है।

दृष्टि संबंधी समस्याएं:
उच्च रक्तचाप से आँखों की रक्त वाहिकाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिससे धुंधला दिखना या दृष्टि में अस्थायी कमी आ सकती है।

उच्च रक्तचाप के कारण

उच्च रक्तचाप कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ को हम नियंत्रित कर सकते हैं और कुछ को नहीं। चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं:

विरासत:
यदि परिवार में किसी को उच्च रक्तचाप है, तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है। यह समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है।

उम्र:
उम्र बढ़ने के साथ उच्च रक्तचाप का खतरा भी बढ़ता है। उम्रदराज लोग विशेषकर इससे प्रभावित हो सकते हैं।

खानपान की आदतें:
अधिक नमक का सेवन, उच्च वसा युक्त भोजन और फास्ट फूड जैसी अस्वास्थ्यकर खाने की आदतें उच्च रक्तचाप के प्रमुख कारण हैं।

शारीरिक गतिविधि की कमी:
सक्रिय जीवनशैली न अपनाने और अधिक समय तक बैठने से भी उच्च रक्तचाप का जोखिम बढ़ता है।

मोटापा और अधिक वजन:
अधिक वजन हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे उच्च रक्तचाप हो सकता है।

धूम्रपान और शराब का सेवन:
धूम्रपान से रक्त वाहिकाओं की दीवारें सख्त हो जाती हैं और शराब का अधिक सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकता है।

तनाव:
लगातार मानसिक तनाव भी उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।

मौजूदा स्वास्थ्य समस्याएं:
मधुमेह, किडनी की बीमारियाँ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

उच्च रक्तचाप के जोखिम कारक

उच्च रक्तचाप के कई जोखिम कारक होते हैं जो इसे बढ़ा सकते हैं। इन जोखिम कारकों को पहचानकर हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं:

पारिवारिक इतिहास:
यदि आपके परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास है, तो आपके लिए इसका जोखिम अधिक हो सकता है।

उम्र:
उम्र के साथ धमनियों की दीवारें कठोर हो जाती हैं, जिससे उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है।

लिंग:
पुरुषों में आमतौर पर 55 वर्ष की उम्र तक उच्च रक्तचाप का खतरा अधिक होता है, जबकि महिलाओं में यह खतरा 55 वर्ष की उम्र के बाद बढ़ जाता है।

अत्यधिक नमक और कम पोटेशियम सेवन:
नमक का अत्यधिक सेवन और पोटेशियम की कमी दोनों ही उच्च रक्तचाप के जोखिम कारक हैं।

शारीरिक निष्क्रियता:
नियमित शारीरिक गतिविधि न करने से वजन बढ़ सकता है और रक्तचाप पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

तनाव प्रबंधन की कमी:
लगातार तनाव और इसे सही तरीके से प्रबंधित न कर पाना उच्च रक्तचाप का जोखिम बढ़ाता है।

उच्च रक्तचाप के प्रकार

उच्च रक्तचाप को दो मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जाता है: प्राथमिक (एसेंशियल) उच्च रक्तचाप और द्वितीयक उच्च रक्तचाप।

प्राथमिक उच्च रक्तचाप:
यह सबसे सामान्य प्रकार है और यह अक्सर समय के साथ विकसित होता है। इसके विशेष कारण ज्ञात नहीं होते हैं, लेकिन यह जीवनशैली, आहार और आनुवंशिक कारकों के संयोजन का परिणाम हो सकता है।

द्वितीयक उच्च रक्तचाप:
यह उच्च रक्तचाप किसी अन्य बीमारी, जैसे कि किडनी की बीमारी, हार्मोनल विकार, या कुछ दवाओं के उपयोग के कारण होता है। यह अचानक विकसित होता है और इसका इलाज करना आवश्यक होता है।

उच्च रक्तचाप का निदान कैसे होता है?

उच्च रक्तचाप का निदान आमतौर पर नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान होता है। रक्तचाप मापने के लिए एक मानक उपकरण का उपयोग किया जाता है जो सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दबाव की माप देता है। इसके अलावा, डॉक्टर अतिरिक्त परीक्षण जैसे रक्त परीक्षण, यूरिन परीक्षण, और ईसीजी कर सकते हैं ताकि उच्च रक्तचाप के कारणों और संबंधित जोखिम कारकों का पता लगाया जा सके।

उच्च रक्तचाप का उपचार और प्रबंधन

उच्च रक्तचाप का उपचार और प्रबंधन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिसमें जीवनशैली में बदलाव और दवाओं का उपयोग शामिल है।

जीवनशैली में बदलाव:

  • स्वास्थ्यकर आहार: अधिक फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
  • नमक की मात्रा कम करें: प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करें।
  • सक्रिय रहें: नियमित व्यायाम करें, जैसे कि चलना, तैरना, या साइकिल चलाना।
  • वजन नियंत्रित रखें: स्वस्थ वजन बनाए रखने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें।
  • तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान और गहरी सांस लेने जैसी तनाव प्रबंधन की तकनीकों का अभ्यास करें।

दवाएं:
यदि जीवनशैली में बदलाव से रक्तचाप नियंत्रित नहीं होता, तो डॉक्टर दवाओं का सुझाव दे सकते हैं। दवाओं का चयन रक्तचाप के स्तर, उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और अन्य कारकों के आधार पर किया जाता है।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए घरेलू उपचार

कई घरेलू उपाय हैं जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:

लहसुन:
लहसुन रक्तचाप को कम करने में प्रभावी होता है। आप इसे कच्चा खा सकते हैं या पानी के साथ निगल सकते हैं।

अजवाइन:
अजवाइन में पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं। इसे अपनी डाइट में शामिल करें।

मेथी के दाने:
मेथी के दाने को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं। यह उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है।

आंवला:
आंवला विटामिन C से भरपूर होता है और यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। आप आंवले का जूस पी सकते हैं।

उच्च रक्तचाप से बचने के उपाय

उच्च रक्तचाप से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

  • स्वास्थ्यकर आहार: संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
  • नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: इन आदतों से बचकर रक्तचाप को नियंत्रित रखें।
  • तनाव को प्रबंधित करें: तनाव प्रबंधन की तकनीकों का उपयोग करें।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं: नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच कराएं।
उच्च रक्तचाप के दीर्घकालिक प्रभाव

यदि उच्च रक्तचाप को लंबे समय तक अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे:

हृदय रोग:
उच्च रक्तचाप हृदय की धमनियों को सख्त और संकीर्ण कर सकता है, जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

गुर्दे की समस्याएं:
गुर्दे की धमनियों को नुकसान पहुंचाने से किडनी फेल हो सकती है।

दृष्टि संबंधी समस्याएं:
आँखों की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने से दृष्टि हानि हो सकती है।

स्मृति और समझ की समस्याएं:
उच्च रक्तचाप मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को प्रभावित कर सकता है, जिससे सोचने, याद रखने और सीखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

उच्च रक्तचाप एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इसके लक्षण अक्सर दिखाई नहीं देते, लेकिन इसके प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच, स्वस्थ जीवनशैली, और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उपचार का पालन करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। समय पर जागरूकता और सही कदम उठाकर उच्च रक्तचाप के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

FAQs

Q.1 – उच्च रक्तचाप कितनी उम्र में हो सकता है?
उच्च रक्तचाप किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ अधिक सामान्य हो जाता है। युवा लोग भी, खासकर जब वे अस्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाते हैं, उच्च रक्तचाप से प्रभावित हो सकते हैं।

Q.2 – क्या उच्च रक्तचाप का इलाज संभव है?
उच्च रक्तचाप को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे जीवनशैली में बदलाव और दवाओं के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।

Q.3 – क्या उच्च रक्तचाप के लक्षण हमेशा दिखाई देते हैं?
नहीं, उच्च रक्तचाप के लक्षण हमेशा स्पष्ट नहीं होते। इसे अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण बिना चेतावनी के प्रकट हो सकते हैं।

Q.4 – क्या उच्च रक्तचाप के कारण नाक से खून आ सकता है?
हां, लेकिन यह बहुत दुर्लभ है। नाक से खून बहना अचानक और गंभीर उच्च रक्तचाप के कारण हो सकता है।

Q.5 – क्या नमक का सेवन कम करने से उच्च रक्तचाप कम होता है?
हां, नमक का सेवन कम करने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कम नमक खाने से धमनियों पर दबाव कम होता है।

Tags

Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search

Get the Taphealth app now!

More blogs

Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Neha Sharma
Reviewed by:
Neha Sharma
Posted on
November 20, 2025

Toor Dal Glycemic Index: Your Simple Guide to This Blood Sugar-Friendly Superfood

Picture this: a humble yellow lentil simmering in a pot, filling your kitchen with earthy, comforting aromas. That’s toor dal—a staple in millions of Indian homes and a secret weapon for steady energy. But if you’ve been told to watch your blood sugar, you might wonder: Can I really eat this daily? Will it spike […]

Diabetes
6 min read
high-blood-pressure-ke-lakshan
Kowshik
Written by
Kowshik
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
November 20, 2025

Cauliflower Glycemic Index: The #1 Diabetic Superfood Explained

If you have diabetes or pre-diabetes, you probably miss “white foods.” You likely miss a big bowl of fluffy white rice with your curry. You might miss mashed potatoes. You definitely miss pizza crust. Doctors and nutritionists always tell you to stay away from these white starchy foods because they act like sugar bombs in […]

Diabetes
7 min read
high-blood-pressure-ke-lakshan
Monika Choudhary
Written by
Monika Choudhary
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
November 20, 2025

Millets Glycemic Index Chart: Which Grain is Best for Diabetes?

If you have been to a grocery store recently, you have probably noticed a change. The shelves that used to be full of just white rice and wheat are now crowded with “Superfoods.” The biggest name in this superfood revolution? Millets. Doctors recommend them. Nutritionists love them. Your grandparents probably ate them. But if you […]

Diabetes
7 min read
high-blood-pressure-ke-lakshan

Subscribe to our mailing list & never miss an update

Smart Diabetes Care

AI-driven, fully personalized, and constantly
adapting to your needs in real time.

tap health
tap.health logo
copyright © 2025
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions