गर्मी के मौसम में लू लगना एक आम समस्या है, लेकिन बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए यह स्थिति अधिक गंभीर हो सकती है।
इन दोनों आयु वर्गों की शरीर की गर्मी सहने की क्षमता कम होती है, और इनके शरीर का तापमान जल्दी असंतुलित हो जाता है।
अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो लू लगना गंभीर जटिलताओं या यहां तक कि जानलेवा स्थिति में भी बदल सकता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
- क्यों बच्चे और बुज़ुर्ग लू की चपेट में जल्दी आते हैं,
- इसके लक्षण क्या हैं,
- और कैसे आप उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं।
बच्चों में लू लगने के खतरे:
क्यों अधिक संवेदनशील होते हैं बच्चे?
- त्वचा पतली होती है, जिससे गर्मी जल्दी शरीर में प्रवेश करती है।
- बच्चे खुद से नहीं बता पाते कि उन्हें गर्मी ज्यादा लग रही है या वो असहज हैं।
- पसीना निकालने की प्रणाली अभी पूरी तरह विकसित नहीं होती।
- छोटे बच्चे अक्सर धूप में खेलने से खुद को रोक नहीं पाते।
बच्चों में लू लगने के लक्षण:
लक्षण |
संकेत |
तेज़ बुखार |
102°F से ऊपर |
सुस्ती, चुपचाप रहना |
खेलना बंद कर देना |
रोते समय आंसू न आना |
डिहाइड्रेशन का संकेत |
गहरी पीली पेशाब या पेशाब न आना |
पानी की कमी |
उल्टी, दस्त |
पाचन प्रणाली पर असर |
त्वचा गरम और लाल |
शरीर अत्यधिक गर्म |
बुज़ुर्गों में लू का खतरा:
क्यों अधिक खतरे में होते हैं बुज़ुर्ग?
- शरीर की थर्मोरेगुलेशन क्षमता कमजोर हो जाती है।
- दवाओं का सेवन (जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर) शरीर में पानी की कमी बढ़ा सकता है।
- चलने-फिरने की क्षमता सीमित होने से पसीना कम निकलता है।
- कई बार बुज़ुर्ग अपनी प्यास को नजरअंदाज़ करते हैं।
बुज़ुर्गों में लू के लक्षण:
लक्षण |
संकेत |
तेज़ सिरदर्द, भ्रम की स्थिति |
दिमाग पर गर्मी का असर |
अचानक गिरना या बेहोशी |
ब्लड प्रेशर का गिरना |
कमज़ोरी, थकान |
ऊर्जा का गिरना |
आंखों में जलन, त्वचा लाल होना |
गर्मी का असर |
बोलने में दिक्कत |
मस्तिष्क में गर्मी का प्रभाव |
तेज़ दिल की धड़कन |
शरीर स्ट्रेस में है |
कैसे रखें विशेष ध्यान: बच्चों और बुज़ुर्गों की गर्मी में देखभाल
बच्चों के लिए सुझाव:
1. दिन में 3-4 बार पानी पिलाएं:
- चाहे प्यास न भी लगे, पानी देते रहें
- नींबू पानी, ORS, नारियल पानी देना उपयोगी है
2. हल्के सूती कपड़े पहनाएं:
- टाइट, सिंथेटिक कपड़े गर्मी और पसीना बढ़ाते हैं
3. घर के अंदर खेलें:
- 11 बजे से 4 बजे के बीच धूप में बाहर न भेजें
4. बालों को ढंकें:
- टोपी, हैट या दुपट्टा पहनाना जरूरी है
5. आइस क्यूब से माथा या हथेली साफ करें:
- गर्मी अधिक हो तो ठंडे पानी से स्नान करवाएं
बुज़ुर्गों के लिए सुझाव:
1. समय पर पानी और तरल पदार्थ दें:
- बुज़ुर्ग कई बार प्यास नहीं जताते, समय पर पानी देना जरूरी है
2. ठंडी और हवादार जगह में रखें:
- पंखा, कूलर या AC वाले कमरे में बिठाएं
3. मसालेदार, भारी खाना न दें:
- सुपाच्य और ठंडा खाना जैसे खिचड़ी, दही-चावल, फलों का सेवन करवाएं
4. नियमित जांच:
- ब्लड प्रेशर और शुगर जैसे रोगों की नियमित निगरानी रखें
5. गर्मी में बाहर न निकालें:
- मंदिर, पार्क या बाजार जाना टालें; ज़रूरत हो तो शाम या सुबह जल्दी जाएं
बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए उपयुक्त आहार:
खाद्य पदार्थ |
लाभ |
दही/छाछ |
शरीर को ठंडक देती है |
तरबूज/खीरा |
पानी की कमी पूरी करते हैं |
बेल का शरबत |
पेट को ठंडक और डिटॉक्स करता है |
आम पना |
लू से बचाव करता है |
नारियल पानी |
इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर |
नींबू पानी |
एनर्जी और मिनरल्स देता है |
किन चीजों से बचाएं:
- कैफीन, सोडा या डिब्बा बंद जूस
- तला-भुना भोजन
- बहुत देर तक नंगे पांव चलना
- बंद खिड़की वाले गर्म कमरे
- भारी व्यायाम या अधिक चलना-फिरना
घरेलू उपाय (Remedies) अगर लू लग जाए:
उपाय |
कैसे करें |
प्याज का रस माथे पर लगाएं |
ठंडक पहुंचाता है |
बेल शरबत दें |
पेट को शांत करता है |
माथे पर ठंडी पट्टी रखें |
शरीर का तापमान घटाता है |
ORS या नमक-चीनी का घोल दें |
डिहाइड्रेशन से बचाता है |
ठंडे पानी से स्पंजिंग करें |
तुरंत आराम देता है |
कब डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है?
- तेज़ बुखार (102°F+)
- लगातार उल्टी या दस्त
- बेहोशी या सुस्ती
- बोलने में परेशानी
- पेशाब न आना
- सांस लेने में तकलीफ
बच्चों और बुज़ुर्गों की देखभाल गर्मियों में सिर्फ प्यार नहीं, सावधानी और सतर्कता भी मांगती है।
लू से बचाव के उपाय अपनाकर हम उन्हें इस गर्मी में सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।
थोड़ी सी जागरूकता और सही दिनचर्या से आप गर्मियों को सुरक्षित बना सकते हैं।
FAQs
- क्या बच्चों को रोज ORS देना चाहिए गर्मियों में?
अगर बच्चा ज्यादा खेलता है या बहुत पसीना आता है, तो ORS देना फायदेमंद है।
- बुज़ुर्गों को गर्मियों में कौन से फल देने चाहिए?
तरबूज, खरबूजा, संतरा, पपीता, खीरा जैसे पानी वाले फल दें।
- क्या नवजात शिशु को लू लग सकती है?
हाँ, नवजात बहुत संवेदनशील होते हैं। उन्हें ठंडी, हवादार जगह पर रखें और ढक कर बाहर न निकालें।
- बुज़ुर्गों को AC में रखना सही है?
हाँ, अगर तापमान बहुत ज्यादा है तो AC का उपयोग करें लेकिन तापमान बहुत कम न करें।
- बच्चों को लू से बचाने के लिए बाहर भेजने का सही समय क्या है?
सुबह 7 से 9 और शाम 5:30 के बाद बाहर भेजा जा सकता है – वो भी कम समय के लिए।