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स्किन डायबिटीज लक्षण

Hindi
8 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
skin-diabetes-symptoms-in-hindi

डायबिटीज या मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में शर्करा (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। यह स्थिति शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करती है, और त्वचा भी इससे अछूती नहीं रहती। डायबिटीज का त्वचा पर प्रभावी होना एक आम समस्या है जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। हम स्किन डायबिटीज के लक्षणों, इसके प्रकार, और इसके रोकथाम के तरीके के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

डायबिटीज का त्वचा पर प्रभाव

डायबिटीज के कारण त्वचा की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। उच्च शर्करा स्तर, खराब रक्त संचार और तंत्रिका क्षति के कारण त्वचा में विभिन्न प्रकार के समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ये समस्याएं न केवल सौंदर्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि इनसे गंभीर चिकित्सीय समस्याएं भी हो सकती हैं। त्वचा की समस्याएं डायबिटीज का एक प्रारंभिक संकेत हो सकती हैं, और इन लक्षणों की पहचान करना आवश्यक है ताकि समय रहते उपचार किया जा सके।

स्किन डायबिटीज के सामान्य लक्षण

डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति में त्वचा संबंधी कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण विभिन्न प्रकार की त्वचा समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:

  1. त्वचा पर गहरे रंग के धब्बे: डायबिटीज के कारण त्वचा पर गहरे रंग के धब्बे उभर सकते हैं, जो विशेषकर गर्दन, बगल, और घुटनों के पीछे होते हैं। इसे मेडिकल भाषा में अकैंथोसिस नाइग्रिकन्स कहा जाता है।
  2. सूखी और खुजलीदार त्वचा: मधुमेह के कारण त्वचा में सूखापन आ सकता है, जिससे खुजली की समस्या हो सकती है। रक्त संचार की कमी के कारण त्वचा में नमी की कमी होती है, जो इसे रुखी बना देती है।
  3. त्वचा पर फफोले: डायबिटीज के मरीजों में त्वचा पर अचानक फफोले पड़ सकते हैं। ये फफोले बिना किसी चोट या जलन के भी हो सकते हैं।
  4. घावों का धीमा भरना: डायबिटीज के कारण घावों का ठीक होना धीमा हो जाता है। इसका कारण है खराब रक्त संचार और तंत्रिका क्षति।
  5. त्वचा का संक्रमण: डायबिटीज के कारण त्वचा में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। फंगल इंफेक्शन, बैक्टीरियल इंफेक्शन और अन्य प्रकार के संक्रमण का जोखिम अधिक हो जाता है।

अकैंथोसिस नाइग्रिकन्स: गहरे धब्बों का कारण

अकैंथोसिस नाइग्रिकन्स एक सामान्य त्वचा समस्या है जो डायबिटीज के रोगियों में पाई जाती है। इस स्थिति में त्वचा की परतें मोटी हो जाती हैं और इन पर गहरे रंग के धब्बे उभर आते हैं। ये धब्बे आमतौर पर गर्दन, बगल, और अन्य त्वचा की सिलवटों में देखे जाते हैं। यह स्थिति इंसुलिन प्रतिरोध का संकेत हो सकती है, जो कि टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में आम है।

सूखी और खुजलीदार त्वचा: इसके कारण और निवारण

डायबिटीज के रोगियों में त्वचा का सूखापन और खुजली एक सामान्य समस्या है। इसका मुख्य कारण रक्त शर्करा का उच्च स्तर है, जो त्वचा की नमी को कम कर देता है। इसके अलावा, तंत्रिका क्षति के कारण त्वचा में नमी बनाए रखने की क्षमता भी कम हो जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए, त्वचा को नियमित रूप से मॉइस्चराइज़ करना और पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है।

फफोले और त्वचा पर घाव: डायबिटीज में कैसे संभालें

डायबिटीज के रोगियों में त्वचा पर अचानक फफोले पड़ सकते हैं। ये फफोले बिना किसी स्पष्ट कारण के होते हैं और अक्सर दर्द रहित होते हैं। हालांकि, इन फफोलों का इलाज नहीं करने पर ये संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसी प्रकार, डायबिटीज के कारण घावों का ठीक होना भी धीमा हो जाता है। इसके लिए घाव की सही देखभाल और समय पर उपचार आवश्यक है।

त्वचा के संक्रमण और डायबिटीज का संबंध

डायबिटीज के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। त्वचा संक्रमण, विशेषकर फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन, डायबिटीज के रोगियों में आम है। उदाहरण के लिए, कैंडिडा नामक फंगस के कारण त्वचा में सफेद धब्बे, खुजली और जलन हो सकती है। बैक्टीरियल संक्रमण जैसे फोड़े, फुंसियां और फॉलिकलाइटिस भी सामान्य हैं।

स्किन डायबिटीज के लक्षणों का प्रारंभिक पहचान

डायबिटीज से संबंधित त्वचा की समस्याओं का समय पर पहचान और उपचार आवश्यक है। स्किन डायबिटीज के लक्षण अक्सर डायबिटीज के अन्य जटिलताओं का प्रारंभिक संकेत हो सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज है और उसे ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो उसे तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

डायबिटीज में त्वचा की देखभाल के सुझाव

डायबिटीज के रोगियों के लिए त्वचा की सही देखभाल करना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं:

  • त्वचा को मॉइस्चराइज़ करें: सूखी त्वचा को मॉइस्चराइज़र से नमी प्रदान करें, खासकर नहाने के बाद।
  • नियमित जांच करें: त्वचा की नियमित जांच करें, ताकि किसी भी नए धब्बे, घाव या संक्रमण का समय पर पता चल सके।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें: त्वचा को साफ और सूखा रखें, विशेषकर सिलवटों वाले क्षेत्रों में।
  • धूप से बचाव करें: डायबिटीज के रोगियों के लिए धूप से त्वचा की रक्षा करना आवश्यक है। इसके लिए सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
  • संक्रमण से बचाव: यदि त्वचा पर कोई घाव या खरोंच हो, तो उसे साफ रखें और समय पर इलाज करें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।

डायबिटीज और त्वचा की समस्याओं का प्रबंधन

डायबिटीज के साथ रहने वाले लोगों के लिए त्वचा की समस्याओं का प्रबंधन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके लिए सही जीवनशैली और नियमित चिकित्सकीय सलाह आवश्यक है। निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए:

  • नियमित शुगर की जांच: रक्त शर्करा का नियमित रूप से परीक्षण करना चाहिए और इसे नियंत्रित रखने के लिए डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए।
  • स्वस्थ आहार: एक संतुलित आहार जिसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स हों, त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से रक्त संचार में सुधार होता है, जिससे त्वचा की समस्याओं से बचा जा सकता है।
  • धूम्रपान से बचें: धूम्रपान त्वचा की समस्याओं को बढ़ा सकता है, इसलिए इसे छोड़ना आवश्यक है।

स्किन डायबिटीज से बचने के उपाय

स्किन डायबिटीज के लक्षणों से बचने के लिए सही जीवनशैली अपनाना जरूरी है। मधुमेह के रोगियों को अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही, त्वचा की सही देखभाल भी आवश्यक है। कुछ सामान्य उपाय निम्नलिखित हैं:

  • शुगर लेवल को नियंत्रित रखें: रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने से त्वचा की समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
  • त्वचा की नियमित जांच: त्वचा की नियमित जांच से किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सकता है।
  • हाइड्रेटेड रहें: शरीर में नमी बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी पीएं।
  • मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें: त्वचा की नमी को बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइज़र का नियमित रूप से उपयोग करें।

फैक्टर्स जो स्किन डायबिटीज को बढ़ावा देते हैं

डायबिटीज के कारण होने वाली त्वचा समस्याओं को बढ़ावा देने वाले कई कारक होते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:

  • उच्च रक्त शर्करा का स्तर: लगातार उच्च रक्त शर्करा का स्तर त्वचा की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
  • अनियंत्रित मधुमेह: मधुमेह का सही तरीके से प्रबंधन न करने से त्वचा पर असर हो सकता है।
  • इम्यून सिस्टम की कमजोरी: डायबिटीज के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

स्किन डायबिटीज और उम्र का संबंध

डायबिटीज के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं उम्र के साथ बढ़ सकती हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा की प्राकृतिक नमी कम हो जाती है और त्वचा की लचीलापन भी कम हो जाता है। इसके कारण डायबिटीज के रोगियों में त्वचा की समस्याओं का खतरा अधिक हो जाता है। बुजुर्ग डायबिटीज रोगियों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।

डायबिटीज और त्वचा पर संक्रमण का खतरा

डायबिटीज के कारण त्वचा पर संक्रमण का खतरा अधिक होता है। उच्च रक्त शर्करा के कारण बैक्टीरिया और फंगस के लिए त्वचा एक उपयुक्त वातावरण बन जाता है। इसके अलावा, डायबिटीज के कारण त्वचा की रक्त परिसंचरण प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे घावों का ठीक होना धीमा हो जाता है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

त्वचा संक्रमण से बचाव के उपाय

त्वचा के संक्रमण से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • व्यक्तिगत स्वच्छता: त्वचा को साफ और सूखा रखें।
  • संक्रमण के शुरुआती लक्षणों की पहचान: त्वचा पर किसी भी बदलाव को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • सही आहार: संतुलित आहार और उचित मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स का सेवन करें।
  • दवाइयों का सही उपयोग: डॉक्टर द्वारा दिए गए दवाइयों का सही तरीके से और नियमित रूप से उपयोग करें।

डायबिटीज और त्वचा पर खुजली

खुजली, डायबिटीज के रोगियों में एक सामान्य समस्या है। यह आमतौर पर त्वचा के सूखापन, खराब रक्त संचार, या तंत्रिका क्षति के कारण होती है। खुजली से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • मॉइस्चराइज़र का नियमित उपयोग: त्वचा को मॉइस्चराइज़ रखें ताकि खुजली कम हो।
  • शीतल स्नान: गर्म पानी से स्नान करने के बजाय शीतल पानी से स्नान करें।
  • एंटी-इच क्रीम का उपयोग: डॉक्टर की सलाह पर एंटी-इच क्रीम का उपयोग करें।

डायबिटीज में त्वचा की देखभाल: व्यावहारिक सुझाव

डायबिटीज के रोगियों के लिए त्वचा की देखभाल के लिए कुछ व्यावहारिक सुझाव निम्नलिखित हैं:

  • रोजाना स्नान करें: त्वचा को साफ और स्वस्थ रखने के लिए रोजाना स्नान करें।
  • मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें: स्नान के बाद मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें ताकि त्वचा में नमी बनी रहे।
  • धूप से बचाव: त्वचा को धूप से बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
  • संक्रमण से बचें: घावों और खरोंचों को साफ और सुरक्षित रखें ताकि संक्रमण न हो।

डायबिटीज के साथ स्वस्थ त्वचा बनाए रखने के तरीके

डायबिटीज के साथ स्वस्थ त्वचा बनाए रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय निम्नलिखित हैं:

  • नियमित चिकित्सकीय जांच: डॉक्टर से नियमित रूप से जांच कराएं ताकि किसी भी त्वचा समस्या का समय पर इलाज किया जा सके।
  • स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और मानसिक संतुलन शामिल हो।
  • शुगर लेवल को नियंत्रित रखें: रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखें ताकि त्वचा की समस्याओं का जोखिम कम हो।

डायबिटीज और त्वचा: बच्चों और युवाओं में विशेष ध्यान

डायबिटीज के कारण बच्चों और युवाओं में त्वचा की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इनके लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि बच्चों की त्वचा अधिक संवेदनशील होती है। बच्चों और युवाओं में त्वचा की समस्याओं से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • नियमित शुगर की जांच: बच्चों और युवाओं के लिए नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच आवश्यक है।
  • त्वचा की देखभाल: बच्चों की त्वचा की सही देखभाल करें और मॉइस्चराइज़र का नियमित उपयोग करें।
  • स्वस्थ आहार: बच्चों और युवाओं के लिए संतुलित आहार सुनिश्चित करें जिसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व हों।
डायबिटीज और त्वचा की समस्याओं का समय पर इलाज

डायबिटीज के कारण होने वाली त्वचा की समस्याओं का समय पर इलाज आवश्यक है। अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह समस्याएं और भी जटिल हो सकती हैं। समय पर उपचार के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  • त्वचा के नियमित जांच: त्वचा की नियमित जांच कराएं ताकि किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सके।
  • चिकित्सकीय सलाह लें: किसी भी त्वचा समस्या का सामना होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
  • उपचार का सही तरीके से पालन: डॉक्टर द्वारा दिए गए उपचार का सही तरीके से और नियमित रूप से पालन करें।

डायबिटीज एक जटिल स्थिति है जो शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रभाव डाल सकती है, और त्वचा भी इससे अछूती नहीं है। डायबिटीज के कारण त्वचा में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं जो न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी प्रभावित कर सकती हैं। स्किन डायबिटीज के लक्षणों की पहचान करना और समय पर उपचार करना आवश्यक है ताकि इनसे होने वाले गंभीर परिणामों से बचा जा सके।

स्वस्थ जीवनशैली, नियमित चिकित्सकीय जांच, और त्वचा की सही देखभाल के माध्यम से डायबिटीज के साथ भी स्वस्थ त्वचा बनाए रखी जा सकती है। इस लेख में दिए गए सुझावों और उपायों का पालन करके डायबिटीज के कारण होने वाली त्वचा समस्याओं से बचा जा सकता है और एक स्वस्थ जीवन का आनंद लिया जा सकता है।

FAQs

Q.1 – स्किन डायबिटीज के लक्षण क्या हैं?

स्किन डायबिटीज के लक्षणों में त्वचा पर गहरे धब्बे, खुजली, फफोले, सूखापन, और घावों का धीमा भरना शामिल हैं।

Q.2 – डायबिटीज के कारण त्वचा में सूखापन क्यों होता है?

डायबिटीज के कारण रक्त शर्करा का उच्च स्तर त्वचा की नमी को कम कर देता है, जिससे त्वचा सूखी और खुजलीदार हो जाती है।

Q.3 – डायबिटीज के रोगियों में फफोले क्यों पड़ते हैं?

डायबिटीज के कारण त्वचा पर अचानक फफोले पड़ सकते हैं, जो आमतौर पर बिना किसी स्पष्ट कारण के होते हैं।

Q.4 – डायबिटीज के कारण त्वचा संक्रमण का खतरा कैसे बढ़ता है?

डायबिटीज के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे त्वचा पर बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

Q.5 – डायबिटीज के रोगियों को त्वचा की देखभाल कैसे करनी चाहिए?

डायबिटीज के रोगियों को त्वचा को मॉइस्चराइज़ रखना चाहिए, नियमित रूप से स्नान करना चाहिए, और त्वचा की नियमित जांच करानी चाहिए।

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