tap.health logo
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Start Free Trial
  • Diabetes Management
  • Health Assistant
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • All Hindi Blogs
  • Hindi
  • बहुत उच्च रक्तचाप रीडिंग: कारण और लक्षण

बहुत उच्च रक्तचाप रीडिंग: कारण और लक्षण

Hindi
5 min read
Naimish Mishra
Written by
Naimish Mishra
Posted on
December 31, 2025
very-high-blood-pressure-reading

रक्तचाप (Blood Pressure) हमारे स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक होता है। रक्तचाप का अत्यधिक बढ़ना, जिसे आमतौर पर बहुत उच्च रक्तचाप रीडिंग (Very High Blood Pressure Reading) कहा जाता है, हमारी सेहत के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है। जब रक्तचाप सामान्य से अधिक हो जाता है, तो यह दिल, दिमाग, और धमनियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि बहुत उच्च रक्तचाप क्यों होता है, इसके लक्षण क्या हैं, और इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।

बहुत उच्च रक्तचाप क्या है?

रक्तचाप को मापने के लिए दो संख्याओं का उपयोग किया जाता है – सिस्टोलिक और डायस्टोलिक। जब सिस्टोलिक रक्तचाप 180 mmHg से ऊपर हो जाता है और डायस्टोलिक 120 mmHg से ऊपर, तो इसे बहुत उच्च रक्तचाप कहा जाता है। यह स्थिति अत्यधिक खतरनाक हो सकती है और त्वरित चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। यह एक गंभीर चिकित्सा आपातकाल होता है जिसे ‘हाइपरटेंसिव क्राइसिस’ (Hypertensive Crisis) भी कहा जाता है।

बहुत उच्च रक्तचाप के कारण

बहुत उच्च रक्तचाप के कई कारण हो सकते हैं, जो ज्यादातर व्यक्ति की जीवनशैली और स्वास्थ्य आदतों पर निर्भर करते हैं। निम्नलिखित प्रमुख कारण हो सकते हैं:

  • आनुवांशिक प्रवृत्ति: परिवार में अगर किसी को उच्च रक्तचाप की समस्या हो, तो अन्य सदस्यों में भी इसकी संभावना बढ़ जाती है।
  • असंतुलित आहार: अत्यधिक नमक, वसा और जंक फूड का सेवन रक्तचाप को बढ़ाने में योगदान कर सकता है।
  • शारीरिक निष्क्रियता: नियमित शारीरिक गतिविधि न करने से वजन बढ़ता है, जिससे रक्तचाप पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन: ये दोनों आदतें दिल और रक्त धमनियों को कमजोर करती हैं और रक्तचाप बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाती हैं।
  • तनाव: अत्यधिक मानसिक तनाव से रक्तचाप में वृद्धि होती है।
  • मेडिकल कंडीशन: कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ, जैसे किडनी की समस्याएं, थायरॉइड विकार, और डायबिटीज भी उच्च रक्तचाप का कारण बन सकती हैं।
  • दवाओं का साइड इफेक्ट: कुछ दवाएँ, विशेष रूप से स्टेरॉयड और दर्द निवारक, रक्तचाप को बढ़ा सकती हैं।

बहुत उच्च रक्तचाप के लक्षण

बहुत उच्च रक्तचाप के लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं और कभी-कभी व्यक्ति को इसका पता भी नहीं चलता। निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:

  • सिरदर्द: खासकर सुबह के समय सिर में तेज दर्द होना।
  • दृष्टि में धुंधलापन: आँखों के सामने चीजें साफ न दिखना।
  • सांस लेने में कठिनाई: बहुत उच्च रक्तचाप के कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
  • चक्कर आना: अचानक से कमजोरी और चक्कर महसूस होना।
  • दिल की धड़कन तेज होना: दिल तेजी से धड़कने लगता है और व्यक्ति बेचैनी महसूस कर सकता है।
  • सीने में दर्द: दिल पर दबाव पड़ने से सीने में दर्द हो सकता है।
  • नाक से खून आना: अत्यधिक रक्तचाप के कारण नाक से खून बहना भी एक सामान्य लक्षण हो सकता है।

बहुत उच्च रक्तचाप के खतरे

बहुत उच्च रक्तचाप का लम्बे समय तक अनदेखा करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे:

  • दिल का दौरा (Heart Attack): अत्यधिक रक्तचाप के कारण दिल की धमनियाँ संकुचित हो जाती हैं, जिससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
  • स्ट्रोक (Stroke): उच्च रक्तचाप के कारण मस्तिष्क की धमनियों में रक्त संचार बाधित हो सकता है, जिससे स्ट्रोक की संभावना रहती है।
  • किडनी की क्षति: रक्तचाप के बढ़ने से किडनी की रक्त धमनियाँ प्रभावित होती हैं, जिससे किडनी फेल्योर हो सकता है।
  • धमनियों की क्षति: उच्च रक्तचाप धमनियों को कठोर और संकुचित कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है।
  • दृष्टिहीनता (Vision Loss): उच्च रक्तचाप की वजह से आँखों की रक्त धमनियाँ क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे दृष्टि धुंधली हो सकती है।

बहुत उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कैसे करें

बहुत उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना जरूरी है ताकि भविष्य में गंभीर समस्याओं से बचा जा सके। कुछ कारगर उपाय हैं:

  • दवाओं का नियमित सेवन: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं को नियमित रूप से लें और खुराक का ध्यान रखें।
  • संतुलित आहार लें: आहार में फल, सब्जियाँ, कम वसा वाले उत्पाद, और सम्पूर्ण अनाज को शामिल करें। नमक और वसा की मात्रा को नियंत्रित रखें।
  • नियमित व्यायाम: प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या में शामिल करें।
  • तनाव को कम करें: ध्यान, योग, और गहरी सांस लेने की तकनीकों के माध्यम से तनाव को नियंत्रित करें।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें: ये दोनों आदतें रक्तचाप बढ़ाने का मुख्य कारण होती हैं।
  • नियमित रूप से रक्तचाप जांचें: रक्तचाप की नियमित जांच कराते रहें ताकि समय पर इसके बढ़ने का पता लगाया जा सके।

बहुत उच्च रक्तचाप रीडिंग का इलाज

अगर किसी को बहुत उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो उसे तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए। डॉक्टर द्वारा दवाएँ दी जा सकती हैं जो रक्तचाप को जल्दी से नियंत्रित करती हैं। इसके साथ ही, लाइफस्टाइल में बदलाव और आहार सुधारना जरूरी होता है। मरीज को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • डॉक्टर की सलाह पर नियमित दवाओं का सेवन करें।
  • उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दी गई जीवनशैली संबंधी सलाह का पालन करें।
  • अगर कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या हो, जैसे डायबिटीज या किडनी की समस्या, तो उसका भी सही इलाज करवाएं।

आहार और जीवनशैली में बदलाव

आहार और जीवनशैली में सुधार करने से बहुत उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना आसान हो जाता है। निम्नलिखित सुझाव मददगार हो सकते हैं:

  • सोडियम का सेवन कम करें: दिनभर में सोडियम का सेवन 1500 mg से अधिक न हो।
  • पोटैशियम का सेवन बढ़ाएं: केले, पालक, और अन्य पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ खाने से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • संतुलित आहार का पालन करें: DASH (Dietary Approaches to Stop Hypertension) आहार योजना का पालन करें, जिसमें फलों, सब्जियों, और सम्पूर्ण अनाज का सेवन शामिल होता है।
  • वजन नियंत्रित रखें: स्वस्थ वजन बनाए रखने से रक्तचाप में सुधार होता है।
  • अल्कोहल से बचें: शराब का अत्यधिक सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकता है, इसलिए इसे नियंत्रित करें।

बहुत उच्च रक्तचाप के लिए घरेलू उपाय

कुछ घरेलू उपाय भी उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक हो सकते हैं। निम्नलिखित उपाय आज़माए जा सकते हैं:

  • लहसुन का सेवन: लहसुन रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है। रोजाना कच्चे लहसुन की 1-2 कली खाना लाभकारी हो सकता है।
  • अश्वगंधा और अर्जुन: ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ रक्तचाप नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।
  • मेथी के दाने: रातभर भिगोए हुए मेथी के दाने सुबह खाली पेट खाने से रक्तचाप में सुधार होता है।
  • ध्यान और प्राणायाम: तनाव को कम करने के लिए ध्यान और प्राणायाम करें, जिससे रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सके।
बहुत उच्च रक्तचाप रीडिंग को रोकने के उपाय

उच्च रक्तचाप से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • नियमित रक्तचाप जांच: अगर आपके परिवार में रक्तचाप की समस्या है, तो नियमित रूप से अपने रक्तचाप की जांच करवाएं।
  • सक्रिय रहें: व्यायाम को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट शारीरिक गतिविधि करें।
  • स्वस्थ आहार का पालन करें: कम वसा और नमक वाला आहार खाएं और अधिक फाइबर लें।
  • धूम्रपान और शराब से दूर रहें: ये आदतें रक्तचाप को बढ़ा सकती हैं, इसलिए इन्हें त्यागें।
  • तनाव से बचें: मानसिक और शारीरिक तनाव से बचने के लिए योग, ध्यान और गहरी साँसों की तकनीकों का उपयोग करें।
FAQs

Q.1 – बहुत उच्च रक्तचाप के कारण क्या होते हैं?
बहुत उच्च रक्तचाप के प्रमुख कारणों में आनुवांशिक प्रवृत्ति, असंतुलित आहार, धूम्रपान, शारीरिक निष्क्रियता और मानसिक तनाव शामिल हैं।

Q.2 – क्या बहुत उच्च रक्तचाप के लक्षण तुरंत दिखते हैं?
नहीं, कभी-कभी बहुत उच्च रक्तचाप के लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं। सिरदर्द, चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द जैसे लक्षण आमतौर पर अनुभव होते हैं।

Q.3 – क्या घरेलू उपचार से बहुत उच्च रक्तचाप कम हो सकता है?
हाँ, लहसुन, मेथी के दाने, ध्यान और योग जैसे घरेलू उपचार रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह के साथ ही अपनाना चाहिए।

Q.4 – क्या उच्च रक्तचाप का इलाज पूरी तरह से संभव है?
उच्च रक्तचाप को पूरी तरह से ठीक करना मुश्किल है, लेकिन सही उपचार, दवाओं और जीवनशैली सुधार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Q.5 – बहुत उच्च रक्तचाप के दौरान क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
बहुत उच्च रक्तचाप के दौरान तुरंत चिकित्सा सहायता लें और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का पालन करें। तनाव कम करें और नमक का सेवन सीमित करें।

Tags

Medicine Health Lifestyle Home remedies Fitness Prevention Hygiene Ailments Hindi skin diseases acne vulgaris symptoms AI Search

Get the Taphealth app now!

More blogs

Dhruv Sharma
Written by
Dhruv Sharma
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
December 29, 2025

Besan Glycemic Index: The Golden Flour for Blood Sugar Control

In every Indian kitchen, there is a jar of yellow flour that is the secret behind our favourite Pakoras, Kadhi, and Ladoos. We call it Besan (Gram Flour or Chickpea Flour). It is the soul of Indian comfort food. But for the millions of Indians battling Type 2 Diabetes, comfort food often comes with a […]

Diabetes
7 min read
very-high-blood-pressure-reading
Kripa Mishra
Written by
Kripa Mishra
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
December 29, 2025

Sabudana Glycemic Index: The Truth Behind Your Favourite “Vrat” Food

In India, fasting (Vrat or Upvas) is a time for devotion, prayer, and… Sabudana! Whether it is the crispy Sabudana Vada during Navratri, the comforting Sabudana Khichdi for Ekadashi, or a sweet bowl of Kheer, those white pearls are everywhere. We consider Sabudana to be “light” and “pure.” We eat it believing it is a […]

Diabetes
6 min read
very-high-blood-pressure-reading
Manit Kathuria
Written by
Manit Kathuria
Nishat Anjum
Reviewed by:
Nishat Anjum
Posted on
December 29, 2025

Corn Glycemic Index: The Truth About “Bhutta” and Blood Sugar

In India, the arrival of the monsoon means one thing: the smell of roasted corn (Bhutta) wafting through the streets, rubbed with lemon, salt, and chili powder. In Punjab, winters are incomplete without Makki di Roti and Sarson da Saag. From movie theatre popcorn to sweet corn soup at weddings, corn is everywhere in our […]

Diabetes
8 min read
very-high-blood-pressure-reading

Subscribe to our mailing list & never miss an update

Smart Diabetes Care

AI-driven, fully personalized, and constantly
adapting to your needs in real time.

tap health
tap.health logo
copyright © 2025
GH-5/11B Orchid garden suncity,
sector-54, DLF QE, Gurugram, 122002,
Haryana, India
  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Return / Shipping Policy
  • Terms and Conditions