उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन आज की व्यस्त जीवनशैली का एक आम परिणाम है। अनियमित दिनचर्या, तनाव और अस्वस्थ खान-पान के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। नियमित योग अभ्यास न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मन को भी शांत करता है। योगासन, ध्यान और श्वसन क्रियाओं से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
इस लेख में, हम योग उच्च रक्तचाप के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए कुछ आसनों और उनकी विधियों को चित्रों के साथ समझेंगे।
उच्च रक्तचाप क्या है और क्यों होता है?
उच्च रक्तचाप तब होता है जब रक्त धमनियों पर अधिक दबाव डालता है। सामान्य रक्तचाप 120/80 mmHg के आसपास होता है। जब यह स्तर 140/90 mmHg से अधिक हो जाता है, तो इसे उच्च रक्तचाप कहा जाता है। इसके कारण हो सकते हैं:
- तनाव और चिंता
- असंतुलित आहार
- मोटापा
- धूम्रपान और शराब
- अनुवांशिक कारण
- शारीरिक गतिविधि की कमी
योग का उच्च रक्तचाप पर प्रभाव
योग उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में बेहद कारगर है। यह निम्नलिखित तरीकों से मदद करता है:
- तनाव और चिंता को कम करता है।
- रक्त प्रवाह को सुचारू बनाता है।
- मस्तिष्क को शांत रखता है।
- हृदय को स्वस्थ बनाता है।
- ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है।
योगासन उच्च रक्तचाप के लिए
नीचे दिए गए योगासन उच्च रक्तचाप के लिए विशेष रूप से उपयोगी हैं। इन आसनों को चित्रों के साथ समझाया गया है ताकि आप इन्हें आसानी से कर सकें।
बालासन (Child Pose)
विधि:
- सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की स्थिति में बैठें।
- धीरे-धीरे अपने हाथों को आगे की ओर फैलाएं और शरीर को नीचे की ओर झुकाएं।
- माथे को जमीन पर टिकाएं और हाथों को सीधा रखें।
- इस स्थिति में 1-2 मिनट तक रहें और गहरी सांस लें।
लाभ:
- तनाव को कम करता है।
- रक्त प्रवाह को नियंत्रित करता है।
- मस्तिष्क को शांत करता है।
सुखासन (Easy Pose)
विधि:
- जमीन पर बैठकर पैरों को क्रॉस करके सुखासन में बैठें।
- रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और हाथों को घुटनों पर रखें।
- आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।
- 5-10 मिनट तक इस स्थिति में रहें।
लाभ:
- मन को शांत करता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- ध्यान में मदद करता है।
वज्रासन (Thunderbolt Pose)
विधि:
- घुटनों को मोड़कर जमीन पर बैठें।
- एड़ियों पर बैठें और रीढ़ को सीधा रखें।
- हाथों को घुटनों पर रखें।
- आंखें बंद करें और सामान्य रूप से सांस लें।
लाभ:
- पाचन क्रिया में सुधार करता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- तनाव को कम करता है।
सेतु बंधासन (Bridge Pose)
विधि:
- पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ें।
- पैरों को कूल्हों की चौड़ाई पर रखें।
- हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- धीरे-धीरे कमर को ऊपर उठाएं और 10-15 सेकंड तक इस स्थिति में रहें।
लाभ:
- हृदय को मजबूत बनाता है।
- रक्त प्रवाह को बढ़ाता है।
- तनाव को दूर करता है।
अनुलोम-विलोम (Alternate Nostril Breathing)
विधि:
- सुखासन में बैठें और आंखें बंद करें।
- दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिनी नासिका बंद करें।
- बाईं नासिका से सांस लें।
- अब अनामिका से बाईं नासिका बंद करें और दाहिनी नासिका से सांस छोड़ें।
- इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक दोहराएं।
लाभ:
- मस्तिष्क को शांत करता है।
- ऑक्सीजन का संचार बढ़ाता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
शवासन (Corpse Pose)
विधि:
- पीठ के बल लेट जाएं।
- हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- आंखें बंद करें और शरीर को ढीला छोड़ दें।
- गहरी सांस लें और 5-10 मिनट तक इसी स्थिति में रहें।
लाभ:
- शरीर और मन को पूरी तरह से आराम देता है।
- तनाव को दूर करता है।
- उच्च रक्तचाप को कम करता है।
योग अभ्यास के दौरान सावधानियां
- योगासन खाली पेट करें।
- सांस को कभी रोकें नहीं।
- अत्यधिक झुकने वाले आसनों से बचें।
- यदि चक्कर आए तो तुरंत अभ्यास रोक दें।
- डॉक्टर से सलाह लेकर योग शुरू करें।
ध्यान और प्राणायाम उच्च रक्तचाप के लिए
ध्यान (Meditation): ध्यान से मानसिक शांति मिलती है और तनाव दूर होता है। 10-15 मिनट का ध्यान रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
भ्रामरी प्राणायाम: इसमें गहरी सांस लेकर भौंरों की आवाज निकालनी होती है। यह मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव कम करता है।
नियमित योग अभ्यास के लाभ
- रक्तचाप को स्थिर करता है।
- मस्तिष्क को शांत रखता है।
- हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- शरीर को लचीला बनाता है।
- तनाव और चिंता को दूर करता है।
FAQs
Q.1 – क्या योग से उच्च रक्तचाप पूरी तरह ठीक हो सकता है?
नियमित योग अभ्यास से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
Q.2 – उच्च रक्तचाप के मरीजों को कौन से योगासन करने चाहिए?
बालासन, सुखासन, वज्रासन, शवासन और अनुलोम-विलोम उच्च रक्तचाप के लिए सुरक्षित और प्रभावी हैं।
Q.3 – योगासन कब करना चाहिए?
योग सुबह खाली पेट या शाम को हल्के भोजन के बाद करना चाहिए।
Q.4 – क्या प्राणायाम उच्च रक्तचाप में मदद करता है?
हां, प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम से रक्तचाप नियंत्रित होता है।
Q.5 – क्या शवासन से तनाव कम होता है?
जी हां, शवासन शरीर और मन को पूरी तरह आराम देता है और तनाव दूर करता है।